जनजीवन ब्यूरो / गांधीनगर । गुजरात में सीएम विजय रुपाणी + के शपथग्रहण समारोह के दौरान एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला। दरअसल ताजपोशी तो रुपाणी की थी लेकिन इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के डेप्युटी सीएम सुशील मोदी की गुफ्तगू पर हर किसी की नजर टिक गई।
गांधीनगर के सचिवालय मैदान में आयोजित गुजरात सरकार के भव्य शपथग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और तमाम बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा सुशील मोदी भी शामिल हुए। इस दौरान जब मंच पर आसीन लोगों से मुलाकात करते हुए पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और रविशंकर प्रसाद से हाथ मिलाने के बाद सुशील मोदी के पास पहुंचे, तो उन्होंने बेटे की शादी को लेकर बातचीत की।
सुशील मोदी ने मंच पर पीएम के साथ हुई इस संक्षिप्त वार्ता के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, ‘पीएम ने पूछा कि तेजप्रताप की धमकी के बावजूद बेटे की शादी बढ़िया से हो गई न?’
क्या है तेजप्रताप-सुशील मोदी का विवाद?
दरअसल 22 नवंबर को बिहार के औरंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तेजप्रताप ने कहा, ‘हम डरते नहीं हैं। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। मैं उनके (सुशील मोदी) घर में घुसकर मारूंगा। अगर मैं उनके बेटे की शादी में जाता हूं तो उनकी पोल खोलकर रख दूंगा।’
तेजप्रताप ने कहा था कि सुशील मोदी ने फोन पर बेटे की शादी का निमंत्रण दिया है। यह निमंत्रण हमारे परिवार को शादी में बुलाकर बेइज्जती करने के लिए है। तेजप्रताप ने कहा था कि वह डरते नहीं हैं। हम वहीं सभा करेंगे और शादी में तोड़फोड़ करेंगे। घर में घुसकर मारेंगे।
हालांकि इस धमकी के चंद दिनों बाद तेजप्रताप के सुर बदले हुए नजर आए। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे ने कहा कि वह न तो अपराधी हैं और न आतंकवादी। तेजप्रताप ने कहा कि सुशील मोदी बिना किसी चिंता और डर के अपने बेटे की शादी का समारोह आयोजित करें।
26 नबंर को तेजप्रताप यादव ने पटना में कहा, ‘मैं अपराधी या आतंकवादी नहीं हूं। जनसभा में मैंने जो कहा उसे सुशील मोदी को अक्षरशः नहीं लेना चाहिए। उन्हें बिना किसी चिंता या भय के शादी का आयोजन कराना चाहिए।’
सुशील मोदी के बेटे उत्कर्ष मोदी की शादी तीन दिसंबर को थी। सुशील मोदी ने बेटे की शादी में कोई भी तामझाम नहीं करने का ऐलान किया था। डेप्युटी सीएम कार्यालय ने सुरक्षा कारणों से सुशील मोदी के बेटे की शादी के आयोजनस्थल को शाखा मैदान (राजेंद्र नगर) से बदलकर पटना एयरपोर्ट के पास पशु चिकित्सा कॉलेज करने का ऐलान किया था।