अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के त्यागपत्र से खाली हुई गोरखपुर व फूलपुर लोकसभा सीटों को लेकर सभी प्रमुख दलों ने अपने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुके हैं। लेकिन यह बात सामने आ चुकी है कि विपक्षी दलों के बीच बीजेपी को हराने के लिए एका नहीं है। गोरखपुर उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, इस सीट पर सपा ने इंजीनियर प्रवीण निषाण को उम्मीदवार घोषित किया है। प्रवीण निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे हैं। साथ ही सपा को इस उपचुनाव में पीस पार्टी ने भी अपना समर्थन दिया है। सपा ने फूलपुर संसदीय क्षेत्र से नागेन्द्र प्रताप सिंह पटेल को प्रत्याशी घोषित किया।सोमवार को नामांकन पत्र खरीदने के साथ इनका पर्चा दाखिल किया जाएगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज लखनऊ में दोनों प्रत्याशियों के चयन पर मुहर लगा दी है।
इलाहाबाद की फूलपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव में 11 मार्च को वोट डाले जाएंगे। इसके रिजल्ट 14 मार्च को आएंगे।
समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर लोकसभा उप चुनाव के लिए प्रवीण कुमार निषाद को प्रत्याशी बनाया है। इंजीनियर प्रवीण कुमार निषाद के समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी घोषित होने के बाद से अब यहां पर विपक्षी एकता की बात समाप्त हो गई है। यहां से कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना प्रत्याशी घोषित किया था।
गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने अधिवक्ता हरि प्रकाश मिश्र को प्रत्याशी घोषित किया है। गोरखपुर की सीट पर योगी खुद 5 बार सांसद थे। वही उनसे पहले सांसद अवैद्यनाथ रहते थे।
कांग्रेस ने भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कांग्रेस ने इस सीट पर डा सुरहिता चटर्जी करीम को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं फूलपुर से मनीष मिश्रा कोक टिकट दिया गया है। फूलपुर की सीट उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है। डॉ. सुरहिता करीम इससे पहले गोरखपुर में 2012 में मेयर का चुनाव लड़ी थीं।
पहले माना जा रहा था कि सभी विपक्षी दल संयुक्त उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेंगे, लेकिन पहले कांग्रेस और आज सपा ने।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र और राज्य में सरकार विकास के मुद्दों पर बहस नहीं करना चाहती है, वह लोगों को चाय और पकोड़े में उलझाकर रखना चाहती है। अखिलेश यादव ने लोगों से अपील की कि गोरखपुर के लोग आने वाले चुनाव में देश को संदेश दें कि वह इस तरह की राजनीतिक को स्वीकार नहीं करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री अरूण जेटली से कहा कि उन्हें 22 हजार करोड़ रूपये के बैंक घोटाले पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए जैसे कि वे ही दोषी हों। गांधी ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में इस घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री तथा वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए कहा , ” प्रधानमंत्री मोदी बच्चों को परीक्षा के बारे में दो घंटे तक भाषण देते हैं लेकिन 22 हजार करोड़ रूपये के बैंक घोटाले पर बोलने के लिए उनके पास दो मिनट भी नहीं हैं। ” उन्होंने कहा , ” जेटली छिपे हुए हैं। इस तरह का व्यवहार छोड़ो जैसे आप दोषी हैं , बोलो। “गांधी का यह टि्वट उनके इस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने घोटाले के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया था और उन पर देश की वित्तीय प्रणाली को ध्वस्त करने का आरोप लगाया था।
बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि उनकी नाक के नीचे 20 हजार करोड़ रूपये से अधिक का बैंक घोटाला हो गया और सरकार सोती रही।
मायावती ने आज यहां जारी बयान में कहा कि 20 हज़ार करोड़ रूपये से अधिक का बैंक घोटाला होने के बाद सरकार सोने का बहाना करती रही। उन्होने कहा कि मोदी द्वारा देश को दिये गये उस आश्वासन का क्या हुआ कि जिसमें कहा गया था ‘ना खायेंगे और ना खाने देंगे।
माना जा रहा है कि गोरखपुर उपचुनाव के लिए अखिलेश ने नई रणनीति बनाई है। अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर उपचुनाव के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। लड़ेंगे और लड़कर जीतेंगे। इस उपचुनाव में हम केंद्र के घोषणा पत्र और विधानसभा के घोषणा पत्र को लेकर जाएंगे। हम अब सच्चाई पर चर्चा करेंगे। इन्होंने पहले चाय पर चर्चा करके उलझाया, अब पकौड़े पर उलझाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि आज किसान कर्ज की वजह से मर रहे हैं, लेकिन इनके सहयोग से लोग कागज पर प्लान दिखा कर अरबों-खरबों रुपए लेकर भाग गए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा था कि विदेशों में जमा धन वापस लाएंगे लेकिन देश का धन विदेश जा रहा है। सरकार कैशलेस की बात कर रही थी लेकिन देश के बैंक कैशलेस हो रहे हैं। निवेशक देश में आने की बजाए देश छोड़कर बाहर जा रहे हैं। अब तक 15,000 से ज्यादा व्यापारी भारत छोड़कर चले गए हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि वह फॉरवर्ड बनना चाहते थे। उन्होंने लैपटॉप बांटे, कन्याधन बांटा लेकिन उन पर आरोप लगाया गया कि लैपटॉप और कन्याधान सिर्फ यादवों को दिया गया। आगरा ऐक्सप्रेस-वे बनाया तो क्या उसमें यादवों के लिए अलग लेन बनाई। कब्रिस्तान और श्मशान के लिए बराबर जमीन दी लेकिन उन पर फिर भी आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि वह फॉरवर्ड बनना चाहते थे लेकिन बीपेजी ने उन्हें बैकवर्ड बना दिया।
समाजवादी पार्टी ने अभी फूलपुर उपचुनाव के लिए उनका उम्मीदावार घोषित नहीं किया है लेकिन अखिलेश यादव को उम्मीद है कि यहां भी बीजेपी के उम्मीदवार की हार होगी। अखिलेश ने कहा कि उन्हें यकीन है कि फूलपुर में फूल (कमल) मुरझाएगा।
अभी तक निषाद समाज बीजेपी के साथ रहता था जिसका फायदा उसे चुनावों में मिलता रहा था। बीजेपी से अलग हो जाने से नुकसान की संभावना से इनकार नहीं किय़ा जा सकता।