जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के करीबी रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन लगता है कि नसीमुद्दीन का दिल अब भी मायावती के पास ही है। इसलिए अपने संबोधन में वह बार बार कांग्रेस की जगह बसपा का नाम ले रहे थे। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद नसीमुद्दीन ने गलती से कह दिया कि उन्होंने बीएसपी की सदस्यता ग्रहण की है। हालांकि, उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी। इसपर मीडियाकर्मी और मंच पर विराजमान सभी लोगों ने जोरदार ठहाके लगाए। गुलाम नबी आजाद भी नसीमुद्दीन पर चुटकी लेने से नहीं रुके। उन्होंने कहा कि एक माह तक नसीमुद्दीन जी के लिए माफ है।
कांग्रेस की जगह बीएसपी का नाम लेने पर उन्होंने कहा कि एक लंबा वक्त बहुजन समाज पार्टी को दिया है तो उसे सुधारने में 34 मिनट तो लगेंगे ही। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद हम राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा का कांग्रेस पार्टी में विलय कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘दिल दिमाग में बीएसपी ही रही है तो मैं कांग्रेस की जगह बीएसपी का नाम लेने के लिए माफी चाहूंगा।’
…जब एक बार फिर से कर गए गलती
नसीमुद्दीन सिद्दीकी से एकबार नहीं कई बार गलतियां होती रही। उन्होंने कहा कि हमारे बाप-दादाओं के दिल में बीएसपी ही रही है जबकि वह यह कहना चाह रहे थे कि कांग्रेस रही है लेकिन यहां पर वह एक बार फिर गलती से बीएसपी बोल गए। इस पर सफाई देते हुए यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि जो शख्स एक लंबे वक्त तक बीएसपी में रहा है उसके मन में पार्टी से निकाले जाने का दर्द बाकी है।