सूत्रों ने बताया कि एसयूवी के द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के वक्त तक 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी और उनकी पत्नी के पास से 33.3 लाख की सेविंग की बजाय एक करोड़ 6 लाख की संपत्ति जब्त की गई। एसयूवी सूत्रों के अनुसार, ‘मुजफ्फरपुर में एसएसपी के आधिकारिक आवास से 5.50 लाख रुपये की जूलरी, 6.25 लाख नकद, बंद हो चुके नोटों में 45,000 रुपये की करंसी बरामद की गई।’
कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले
एसयूवी के महानिरीक्षक रत्न संजय ने बताया कि रविवार को पटना में विवेक कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। सोमवार को छापेमारी में बंद हो चुकी करंसी के अलावा कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। विवेक कुमार पर अपनी बचत से तीन गुणा अधिक आय जमा करने का आरोप है।
एसयूवी की टीम ने विवेक कुमार के आवास पर पहुंचते ही वहां से सभी सुरक्षा गार्डों को बाहर निकाल दिया। आवास में मौजूद सभी लोगों के फोन बंद करवा दिए गए और किसी को घर में जाने नहीं दिया गया। आईपीएस के यूपी के सहारनपुर में आवास वरुण विहार से बिहार विजिलेंस की टीम कुछ जरुरी दस्तावेज लेकर लौटी। विजिलेंस टीम ने बताया कि जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई।
21 जॉइंट एफडी अकाउंट्स
सूत्रों ने बताया कि आयकर रिटर्न्स के अनुसार, विवेक कुमार के ससुर वेद प्रकाश कर्णवाल 26 हजार रुपये की पेंशन पाते हैं। उनकी सास हाउसवाइफ हैं और साले निखिल कर्णवाल की सालाना आमदनी 2 लाख रुपये है। आईपीएस और उनके ससुराल वालों की कुल आमदनी 1.56 करोड़ है, जबकि 2.06 करोड़ की चल संपत्ति है। सभी का मिलाकर 16 बैंक अकाउंट्स हैं।
एसएसपी और उनकी पत्नी के 21 जॉइंट एफडी अकाउंट्स हैं, जिसमें 21 लाख की संपत्ति है। एफडी में यह राशि 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी से ठीक पहले अधिकारी के ससुर के द्वारा किया गया था। कुमार के सास-ससुर के पास 46.7 लाख रुपये मूल्य की 29 जॉइंट एफडी है। पूरे परिवार ने कुल मिलाकर 1.27 करोड़ रुपये की 91 एफडी कराई हुई है।
मुजफ्फरपुर के एसएसपी के पद पर कुमार की पोस्टिंग 8 अप्रैल 2016 को हुई थी। वह आईपीएस बनने से पहले भारतीय इंजिनियरिंग सेवा, भारतीय रेलवे और रेवन्यू सर्विस में भी सेवा दे चुके हैं।