जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । आज गुरु पूर्णिमा पर सदी का सबसे लंबा और चंद्र ग्रहण लगेगा। इस चंद्र ग्रहण की अवधि 3 घंटे 55 मिनट की होगी। ग्रहण रात 11 बजकर 54 मिनट से शुरू हो जाएगा जो 28 जुलाई की सुबह 3 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगा। इससे पहले 26 जुलाई, 1953 को लंबी अवधि वाला चंद्र ग्रहण लगा था। यह चंद्र ग्रहण भारत समेत म्यांमार, चीन, ताईवान, अमेरिका आदि कई देशों में दिखाई देगा। इस दौरान चांद का रंग पूरी तरह से लाल होगा।
बता दें कि यह इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण होगा। इससे पहले 31 जनवरी को भी माघी पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगा था। तब इसकी अवधि 3 घंटे 24 मिनट थी। इस ग्रहण का सूतक दोपहर 2 बजकर 54 मिनट पर शुरू हो जाएगा। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। अगले दिन मंदिरों शुद्धि के बाद ही पूजा-पाठ शुरू होगा।
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें, क्या ना करें
सूतक लगने से ग्रहण के समाप्त होने तक घर के मंदिर का द्वार बंद रखें। भगवान की मूर्तियों को भी स्पर्श न करें। गर्भवती महिलाओं को इससे सबसे ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। गर्भवती महिलाएं ग्रहण के समय घर से बाहर न निकलें और न ही सूतक से लेकर ग्रहण अवधि के बीच भोजन करें। सूतक लगने से पहले ही खाना बना लें, क्योंकि इस दौरान खाना बनाना अशुभ होता है। ग्रहण खत्म होने के बाद गंगाजल से पूरे घर और पूजा घर की शुद्धि करें और उसके बाद स्नान करके ही भोजन करें।
बारिश के मौसम में भी पड़ेगा ग्रहण का प्रभाव?
वैसे तो आमतौर पर माना जाता है कि ग्रहण के की दुष्प्रभाव होते हैं। लेकिन बारिश के मौसम को देखते हुए ज्योतिषियों का मानना है कि चंद्र ग्रहण के दौरान या कुछ देर के बाद अगर हल्की भी बारिश हो जाए तो ग्रहण का दुष्प्रभाव खत्म हो जाएगा।
17 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग
17 साल के बाद ऐसा दुर्लभ संयोग देखने को मिलेगा कि गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण हो। इससे पहले 9 जनवरी, 2001 को गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगा था। अतीत की अगर बात करें तो गुरु पूर्णिमा पर वर्ष 1953 से अब तक चार बार चंद्र ग्रहण लग चुका है और यह पांचवां चंद्र ग्रहण होगा। गुरु पूर्णिमा पर 26 जुलाई 1953 को चंद्र ग्रहण लगा था। उसके बाद 15 जुलाई 1954, 16 जुलाई 2000 और अंतिम बार 9 जनवरी 2001 को चंद्र ग्रहण लगा था। भविष्य की अगर बात करें तो अगले साल 16 जुलाई को भी ऐसा ही दुर्लभ संयोग देखने को मिलेगा।
राशियों पर ग्रहण का क्या होगा असर
राशियों पर भी इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव और दुष्प्रभाव देखने को मिलेगा। वृष राशि वाले इस दौरान चिंता से ग्रस्त रहेंगे। कर्क राशि वालों को भी कष्ट होने की संभावना है। कन्या राशि वालों को भय होगा, मिथुन राशि वालों को क्षति हो सकती है, धनु राशि वाले तनाव से ग्रस्त रहेंगे, मकर राशि वालों को मानसिक कष्ट हो सकता है, जबकि कुंभ राशि वालों पर इसका मिश्रित प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा मेष राशि, सिंह राशि और मीन राशि वालों को इसके कारण लाभ हो सकता है। वहीं, वृश्चिक राशि वालों को भी सुख की प्राप्ति होगी।
आज की रात होने वाला चंद्रगहण 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण माना जा रहा है। इसकी कुल अवधि 6 घंटा 14 मिनट रहेगी। इसमें पूर्णचंद्र ग्रहण की स्थिति 103 मिनट तक रहेगी। भारत में यह लगभग शुक्रवार (आज) रात्रि 11 बजकर 55 मिनट से शुरू हो कर लगभग शनिवार (सुबह) 3 बजकर 54 मिनट पर पूर्ण होगा। इस चन्द्र ग्रहण में सुपर ब्लड ब्लू मून का नजारा भी दिखेगा। चंद्र ग्रहण के समय चांद ज्यादा चमकीला और बड़ा नजर आएगा इसमें पृथ्वी के मध्यक्षेत्र की छाया चंद्रमा पर पड़ेगी। आज के चंद्रग्रहण को देश के सभी हिस्सों से देखा जा सकेगा। भारत के अलावा ये चंद्रग्रहण ऑस्ट्रेलिया,एशियाई देश और रूस में भी दिखेगा।
इस तरह पड़ता है चंद्रग्रहण
सूर्य और चंद्रमा के बीच जब पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाती है तो यह ज्यामितीय स्थिति चन्द्रग्रहण कहलाती है। अतएव चंद्रग्रहण सिर्फ पूर्णिमा को ही घटित हो सकता है। ग्रहण का प्रकार एवं अवधि सूर्य और धरती के मध्य चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर होता है। ग्रहण का शाब्दिक अर्थ है, ग्राह्य, अंगीकार, स्वीकार, धारण या प्राप्त करना। लिहाजा आध्यात्मिक मान्यताएं ग्रहण काल में ब्रह्माण्डीय ऊर्जा को अंगीकार करने के लिए जप, तप, उपासना, साधना, ध्यान और भजन का निर्देश देती हैं। आपको बता दें आज पड़ने वाले इस ग्रहण के बारे में ज्योतिषों ने बताया है कि यह चंद्रग्रहण पृथ्वी की छाया के बीच से चंद्रमा के सीधे गुजरने के कारण इसका समय इतना लंबा होगा। इस दौरान सूर्य से दूरी अधिक होने के कारण पृथ्वी की छाया का आकार बड़ा होगा।
आज समय के साथ इस तरह बदलेगा चांद का आकार
भारत में आज देर रात से चंद्रग्रहण का असर दिखना शुरू होगा। धीरे-धीरे चांद का रंग लाल होता जाएगा और एक समय ऐसा आएगा जब चांद पूरी तरह से गायब हो जाएगा।
शुक्रवार देर रात 10.53 पर चांद पर ग्रहण का असर शुरू होगा, हालांकि नंगी आंखों से कुछ नहीं दिखेगा।
शुक्रवार रात्रि 11.54 पर धीरे-धीरे ग्रहण का असर नंगी आंखों से देख पाएंगे।
देर रात 1.51 पर चंद्रग्रहण अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा, ये ही पूर्ण चंद्रग्रहण होगा।
2.43 पर धीरे-धीरे ग्रहण का असर कम होगा।
शनिवार सुबह प्रातः 5.00 बजे चंद्रग्रहण का असर खत्म होगा।
आज दोपहर से ही बंद हो जाएंगे कई बड़े मंदिरों के पट
चंद्र ग्रहण 5 ग्रहों बुध, शुक्र, बृहस्पति, शनि और मंगल के साथ बड़ा चक्कर लगाएगा। चंद्रग्रहण के कारण ही देशभर के कई बड़े मंदिर दोपहर बाद ही बंद हो जाएंगे। हरिद्वार, वाराणसी और इलाहाबाद में हर शाम होने वाली गंगा आरती भी दोपहर को होगी। चंद्रग्रहण के कारण ही दोपहर एक बजे गंगा आरती का विशेष आयोजन किया जाएगा। देश के कई बड़े मंदिरों में दोपहर दो बजे के बाद दर्शन नहीं हो पाएंगे।
आकाश में एक रेखा में चमकीले ग्रह, शुक्र, बृहस्पति, शनि, मंगल, एक बड़े घेरे में दिखाई देंगे। सूरज ढलने के ठीक बाद बुध पश्चिम में दिखाई देगा। पश्चिम में शुक्र को देखा जा सकेगा। मध्य आकाश में शनि के बाद बृहस्पति दिखाई देगा। मंगल ग्रह लाल रंग के साथ पूर्वी आकाश में दिखाई देगा।