जनजीवन ब्यूरो / इस्लामाबाद । पाकिस्तान के होने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान 11 अगस्त को होने वाले अपने शपथग्रहण समारोह में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित कर सकते हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) दक्षेस के सदस्य देशों के नेताओं को बुलाने पर विचार कर रही है। पीटीआई के एक नेता ने बताया कि इस मामले पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भी अपने शपथग्रहण समारोह में पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ समेत पड़ोसी देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था।
पीटीआई के नेता ने मोदी और इमरान खान के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्तों का नया अध्याय शुरू होगा। पीटीआई के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने बताया कि विदेश मंत्रालय से सलाह लेकर इस मामले पर फैसला लिया जाएगा।
रविवार को मोदी ने इमरान को फोन पर जीत की बधाई देने के साथ ही उम्मीद जताई थी कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे। वहीं, खान ने दोनों देशों के बीच तमाम विवादों को बातचीत से सुलझाने पर जोर दिया।
इमरान ने आम चुनावों में जीत के बाद अपने पहले भाषण में भी कहा था कि पाकिस्तान-भारत के बेहतर संबंध सभी के लिए अच्छे रहेंगे। अगर भारत का नेतृत्व चाहे तो पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने को तैयार है। अगर भारत एक कदम बढ़ाएगा तो हम दो कदम आगे आएंगे।
2016 से नहीं हुई दोनों देशों में बातचीत
2014 में मोदी के शपथग्रहण में शरीफ के आने और 2015 में पीएम के अचानक लाहौर पहुंचने के बाद दोनों देशों के रिश्ते बेहतर होने की उम्मीद जागी थी। हालांकि, जनवरी, 2015 में पठानकोट व सितंबर में उड़ी में पाकिस्तानी आतंकियों के हमले और कुलभूषण जाधव को सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा देने के बाद दोनों देशों के संबंधों में फिर खटास आ गई। दो साल से दोनों देशों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।