जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में अरुण जेटली का नाम सामने आने के बाद राहुल गांधी ने सवालों की झड़ी लगा दी। तो अब इस मामले में भाजपा की तरफ से भी जोरदार पलटवार शुरू हो गया है। पहले भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा तो अब मंत्री पीयूष गोयल इस लीग में शामिल हो गए हैं। भाजपा की तरफ से किंगफिशर पर यूपीए की मेहरबानी के आरोप लग रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर हमला बोला। गोयल ने कहा कि माल्या और राहुल ‘जुगलबंदी’ से झूठ बोल रहे हैं और बार-बार बोल रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को झूठ का पुलिंदा भी कहा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीयूष गोयल ने कहा कि विजय माल्या को मौजूदा सरकार ने किसी तरह का लोन या कोई छूट नहीं दी। जो भी हुआ पूर्व सरकार के वक्त हुआ था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने विजय माल्या की मदद की थी। उन्होंने कहा, ‘2010 से यूपीए ने माल्या और किंगफिशर को राहत देने के लिए नियमों को तोड़ा था।’
गोयल बोले, ‘यूपीए की सरकार ने विजय माल्या को लोन क्यों दिए और रिजर्व बैंक के ऊपर दबाव क्यों डाला गया? यूपीए सरकार ने माल्या को छूट क्यों दी? इन सबका राहुल गांधी और कांग्रेस को जवाब देना चाहिए।’
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए गोयल ने कहा कि जिस परिवार और पार्टी ने देश का पैसा लुटाया, झूठ बोलकर वह अपना डिफेंस बना रहे हैं। गोयल ने कहा कि माल्या की बात को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। वह बोले, ‘हर गुनाह करनेवाला व्यक्ति कुछ भी बोलता है उसपर विश्वास नहीं करना चाहिए।’
‘पी.एल. पुनिया पर प्रेशर’
बता दें कि पीएल पुनिया ने दावा किया था कि उन्होंने संसद में माल्या और जेटली की मुलाकात देखी थी। इसका जवाब देते हुए गोयल ने कहा, ‘वह बार-बार बयान बदल रहे हैं। ढाई साल के बाद उन्हें यह मुलाकात क्यों याद आई?’
गोयल ने कहा कि पुनिया खुद कन्फ्यूज हैं। कभी कहते हैं दोनों की बैठे-बैठे बात हुई, कभी कहते हैं चलते-चलते, सबसे पहले पुनिया जी बताएं कि उस वक्त वह वहां क्या कर रहे थे? क्या वह बातचीत में शामिल थे? मुझे लगता है कि वह किसी प्रेशर में आकर ऐसा बयान दे रहे हैं।’
जेटली के इस्तीफे पर
राहुल द्वारा वित्त मंत्री का इस्तीफा मांगे जाने पर गोयल ने कहा कि राहुल को खुद इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि उनपर खुद नैशनल हेराल्ड मामले में टैक्स संबंधी आरोप लगे हैं। गोयल ने कहा कि राहुल को राजनीति, पार्टी और संसद सब से इस्तीफा देना चाहिए।