जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । यूपी-दिल्ली सीमा पर किसानों के ऊपर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत सीएम केजरीवाल व अन्य नेताओं ने कड़ा विरोध किया है। पीएम मोदी व केंद्र सरकार पर करारा हमला बोलते हुए राहुल ने ट्वीट किया किया कि केंद्र सरकार का दो साल का अहिंसा पर्व किसानों की पिटाई से शुरू हुआ है। राहुल गांधी ने लिखा, ‘विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ। अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते!’
कांग्रेस और आप ही नहीं राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह भी किसानों के समर्थन में उतर आए हैं। वह पदयात्रा कर रहे किसानों से मिलने भी पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जब एक पत्रकार ने किसानों की पदयात्रा के बारे में पूछा तो वो बोले कि आखिर क्यों किसानों को दिल्ली में नहीं घुसने दिया जा रहा? उन्हें दिल्ली में घुसने दिया जाना चाहिए। यह गलत बात है। हम किसानों के साथ हैं।
गौरतलब है कि किसान पिछले 9 दिनों से पदयात्रा पर हैं। इनकी ये यात्रा हरिद्वार से निकलकर आज दिल्ली पहुंच चुकी है। जहां दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग के जरिए सीमा सील कर रखी है। जब किसान इन बैरिकेडिंग को हटाकर दिल्ली में घुसने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने पानी की बौछारें कर दीं और लगातार आंसू गैस के गोले दाग रहे हैं।
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला भी किसानों के पक्ष में उतर आए हैं। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी की जयंती पर मोदी सरकार ने दिखा दिया है कि ये सरकार आजादी से पहले वाली ब्रिटिश सरकार से किसी मामले में कम नहीं है। उस वक्त अंग्रेज सरकार किसानों का दमन करती थी वहीं आज मोदी सरकार किसानों की छाती पर लाठियां बरसा रही है, उन पर आंसू गैस के गोले दाग रही है, उन पर पानी की बौछारें करा रही है। किसानों को रोके जाने का विरोध यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा नेता अखिलेश यादव ने भी किया है। अखिलेश ने कहा कि, इस सरकार ने किसानों से किए कोई वादे पूरे नहीं किए हैं, इसलिए ये स्वाभाविक है कि किसान आंदोलन करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम किसानों खुले तौर से समर्थन करते हैं।
किसानों को रोके जाने पर वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने कहा, किसानों पर ऐसी कार्रवाई साबित करती है कि मोदी सरकार किसान विरोधी है। किसानों को राहत देने की बजाय उन्हें कर्ज के तले दबे रहने और सुसाइड करने को मजबूर कर रही है। हमने आजादी के बाद से लेकर आज तक कभी इस तरह का कृषि संकट नहीं देखा है।
किसानों को रोके जाने पर वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने कहा, किसानों पर ऐसी कार्रवाई साबित करती है कि मोदी सरकार किसान विरोधी है। किसानों को राहत देने की बजाय उन्हें कर्ज के तले दबे रहने और सुसाइड करने को मजबूर कर रही है। हमने आजादी के बाद से लेकर आज तक कभी इस तरह का कृषि संकट नहीं देखा है।
बीजेपी की सहायक पार्टी जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी किसानों पर की गई कार्रवाई की आलोचना की और कहा, शांतिपूर्वक राजघाट जाते निहत्थे किसानों पर बर्बरता की गई, उन पर लाठीचार्ज किया गया और उन पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इसकी आलोचना करते हैं।