जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । विरासत की राजनीति पर सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण के बहाने कांग्रेस को निशाने पर लिया। इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू की राजनीतिक विरासत का दावा करने वाले लोगों की रुचि अगर पढ़ने-लिखने में होगी, तो उन्होंने वाजपेयी के उस भाषण की पंक्तियों को जरूर पढ़ा होगा, जो उन्होंने संसद में मई 1964 में पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू को श्रद्धांजलि देने के दौरान दिया था।
जेटली ने कहा, ‘मेरे हिसाब से उनका (अटल बिहारी वाजपेयी) संसद में नेहरू पर दिया गया सबसे बेहतरीन भाषण था। उस वक्त वाजपेयी मात्र 38 साल के थे और जनसंघ के सांसद थे। मेरे विचार से आजाद भारत में उस तरह का भाषण शायद ही सुनने को मिला हो।’
पहली बार 1957 में लोकसभा सांसद चुने गए अटल बिहारी वाजपेयी अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक करियर में ऐसे कई मानक स्थापित किए जिसे अब तक सराहा जाता है। पूरा देश अटलजी के जाने से शोक में डूबा है। अटलजी नहीं रहे लेकिन उनकी कुछ तस्वीरें ऐसी हैं जो उन्हें देशवासियों की यादों में हमेशा अमर रखेंगी।
सालों पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धी को लेकर इंदिरा गांधी सरकार पर हमला बोला और विरोध जताने के लिए बैलगाड़ी से संसद पहुंच गए थे।
1977 में भारत के इतिहास में पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित कर अटलजी ने सबको हैरान कर दिया था। विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने 1977 से 2003 तक संयुक्त राष्ट्र महासभा को 7 बार संबोधित किया था।
परमाणु परीक्षण के बाद भारत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग होना पड़ा था और अमेरिका ने भी भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे। हालांकि, साल 2000 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की ऐतिहासिक भारत यात्रा ने सबकुछ बदल दिया। क्लिंटन 1978 में जिमी कार्टर के बाद भारत का दौरा करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों आजाद हिंद फौज के स्थापना दिवस के 75वें साल पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस के ऊपर नेताजी और सरदार पटेल जैसी विभूतियों को भुलाने का आरोप लगाया था, जिसपर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा था कि विरासत विहीन बीजेपी जल बिन मछली जैसे तड़प रही है।
कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी का आजादी के आंदोलन में कोई योगदान नहीं रहा, इसलिए वह विरासत हथिया रही है। कांग्रेस ने पिछली सरकारों में नेताजी के सम्मान में किए गए कामों को गिनाते हुए पीएम मोदी को इतिहास पढ़ने की सलाह दी।