जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पटना में आयोजित स्वाभिमान रैली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि उनकी सरकार विवादास्पद भूमि बिल के लिए अध्यादेश नहीं लाएगी।
पीएम ने आगे कहा, भूमि अधिग्रहण कानून के संबंध में विवाद चल रहा है, उसके विषय में सरकार का मन खुला है। मैं किसानों के हित के किसी भी सुझाव को स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार की बात राज्यों की तरफ से आई थी, लेकिन मैंने देखा कि इतने भम्र फैलाए गए और किसानों को भ्रमित कर दिया गया। मैं किसानों को भयभीत करने का कोई अवसर किसी को देना नहीं चाहता। किसानों के हक में मुझे हर सुझाव मंजूर है। लैंड बिल ऑर्डिनेंस की सीमा समाप्त हो रही है और मैंने तय किया कि इसे समाप्त होने दिया जाए। हम 13 बिंदुओं को नियमों के तहत लाकर आज से ही लागू कर रहे हैं, ताकि किसानों को नुकसान न हो। जय-जवान, जय-किसान ये नारा नहीं है, बल्कि हमारा मंत्र है।
मोदी ने कहा कि गुजरात में हुई हिंसा (पटेल आरक्षण की मांग को लेकर) ने देश को बहुत पीड़ा दी और उन्हें बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों महात्मा गांधी और सरदार की भूमि गुजरात में हुई हिंसा ने बहुत पीड़ा दी। इसने पूरे देश को बेचैन किया, लेकिन बहुत कम समय ने गुजरात के नागरिकों ने हालातों को संभाला और गुजरात दोबारा शांति के मार्ग पर चल पड़ा। शांति, एकता और भाईचारा ही सही रास्ता है और विकास ही हमारी हर समस्या का समाधान है।