जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । देश के कुछ जिले कोरोना महामारी के हॉटस्पॉट के रूप में सामने आए हैं। महाराष्ट्र का मुंबई, पुणे, मध्य प्रदेश का इंदौर और बिहार का सिवान शहर कोरोना के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं। बृहस्पतिवार को झारखंड में हुई पहली मौत ने बोकारो जिले भी हॉटस्पॉट के रुप में सामने आया है। इंदौर की स्थिति तो ज्यादा ही खराब है। तमाम कोशिशों के बाद भी इन शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों से प्रशासन परेशान है।
झारखंड में 13 मरीज, एक की मौत
राज्य में कोरोना से पहली मौत का मामला बोकारो के गोमिया प्रखंड में साड़म से आया, जहां बुधवार देर रात 75 वर्षीय एक वृद्ध की कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गयी। बोकारो में इनकी संख्या 4 चार है। स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार (9 अप्रैल, 2020) को इसकी पुष्टि की। इसके पहले 7 अप्रैल, 2020 तक राज्य में कोरोना के सिर्फ 4 मरीज मिले थे। इनमें दो तबलीगी जमात से जुड़ी महिलाएं थीं। बोकारो में बुधवार (8 अप्रैल, 2020) को कोविड19 के चार नये मरीज मिले हैं। सभी बोकारो के तेलो गांव की कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजन शामिल हैं।
इंदौर में 213 मरीज, देर से जारी सरकार?
मध्यप्रदेश के इंदौर की हालत बेहद खराब है। इंदौर में डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की कोरोना वायरस से मौत हो गई। कुछ दिन पहले रिकॉर्ड किया गया उनका एक विडियो अब वायरल हो रहा है जिसमें वह खुद को फिट बता रहे थे। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और आज उन्होंने दम तोड़ दिया। ऐसे में लोग उनका ये विडियो देखकर हैरान हो रहे हैं कि आखिर कैसे कुछ दिन पहले वो पूरी तरह फिट थे और अचानक उनकी मौत हो गई।
बुधवार को भी इंदौर में 40 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या 213 पहुंच गई। अब तक इंदौर में कुल 22 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। इंदौर में हॉट स्पॉट वाले इलाकों की सघन निगरानी की जा रही है। इंदौर में हालात बिगड़ने के पीछे सरकार का देर से ऐक्शन लेना भी बताया जा रहा है।
इंदौर के बाद राजधानी भोपाल की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहां कोरोना के 94 मरीज मिले हैं। 50 के करीब स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और अफसर हैं। बढ़ते खतरे को लेकर सरकार ने सख्त फैसले भी लिए हैं। भोपाल के सीएमएचओ को हटा दिया है। कहा जा रहा है कि धरातल पर वह स्थिति को संभाल नहीं पा रहे थे। अब सरकार ने प्रदेश में एस्मा भी लागू कर दिया है। इस बीच, विभाग सभी पीड़ित कर्मचारियों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
वहीं, उज्जैन में कोरोना से अबतक 5 लोगों की मौत हुई है। यहां कोरोना के 15 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य सरकार ने इस शहर को भी सील कर दिया है। लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। मध्यप्रदेश के सीएम ने देश में जारी लॉकडाउन बढ़ाने की अपील कर चुके हैं। उज्जैन में तो मेडिकल टीम के साथ बदसलूकी की जा रही है।
सिवान हॉटस्पॉट, सरकार की असफलता?
बिहार में विदेशों से आए लोगों के संपर्क में आने से कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या राज्य सरकार विदेशों से आए लोगों को क्वारंटीन नहीं कर पाई? सिवान में ही अकेले 20 लोगो कोरोना से पॉजिटिव पाए गए हैं। सिवान में एक और शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। 36 साल का ये शख्स 16 मार्च को दुबई से लौटा था। इसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सिर्फ गुरुवार को अब तक सिवान में 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह से बिहार में अब कुल 51 कोरोना पॉजिटिव हैं जिसमें से 20 सिवान जिले के हैं। कुल मिलाकर सिवान बिहार का ‘वुहान’ बनता जा रहा है। सूबे में कोरोना के कुल शिकारों की तादाद बढ़कर 50 हो गई है। अभी के अपडेट के मुताबिक पहले 5 मरीज फिर सिवान से ही मिले हैं। ये भी सुबह वाले 4 मरीजों की तरह ओमान से लौटी कोरोना पीड़ित के संपर्क में आए थे। इनमें 50 और 20 साल की दो महिलाएं, 30 साल का एक पुरुष, 12 साल की एक बच्ची और 10 साल का एक बच्चा है। इसके अलावा 2 Covid पॉजिटिव लड़के बेगूसराय से मिले हैं जिनकी उम्र 15 और 18 साल है।
मुंबई, पुणे में कहां हो गई चूक?
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या में अधिकतर मुंबई, पुणे और ठाणे से हैं जिससे राज्य की स्थिति गंभीर हो गई है। राज्य में कुल कोरोना वायरस मरीजों के 90 फीसदी केस इन्हीं जगहों से हैं। इससे भी चिंताजनक यह है कि महाराष्ट्र में 4 अप्रैल से हर दिन नए 100 से अधिक नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। मुंबई में बुधवार तक कुल 714 कोरोना केस थे जिनमें 5 की मौत भी हो गई। धारावी में कोरोना के केस आने के बाद इस इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हालांकि कोरोना रोकने के लिए कदम तो उठाए हैं लेकिन यहां ही सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं।
Odisha: ओडिशा ने 30 अप्रैल तक बढ़ाया लॉकडाउन, रेल और हवाई सेवा बंद रखने की केंद्र से अपील
जनजीवन ब्यूरो भुवनेश्वर । ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायाक ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान 17 जून तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा शुरू नहीं करने का अनुरोध किया है।
देश में लगे 21 दिनों के लॉकडाउन के खत्म होने से पहले ही ओडिशा सरकार ने इस लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसा करने वाला ओडिशा देश का पहला राज्य बन गया। सीएम नवीन पटनायक ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 17 जून तक राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा को शुरू नहीं करने की अपील की है।
ओडिशा सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब केंद्र सरकार भी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। कहा जा रहा है कि शनिवार को सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला ले सकते हैं।
24 घंटे में कोरोना के 540 नए मामले
देश में संपूर्ण लॉकडाउन के बीच कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। आज महाराष्ट्र में 162, गुजरात में 55, पंजाब में आठ, बिहार में 12, झारखंड में चार, मध्यप्रदेश में छह और छत्तीसगढ़ में एक नए मामले सामने आए हैं।
वहीं, झारखंड में कोरोना से आज पहली मौत हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना के 540 नए मामले आए हैं और 17 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 5734 हो गई है।