जनजीवन ब्यूरो /नई दिल्ली। मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लॉकडाउन के बावजूद भारी संख्या में सैकड़ों मजदूर रेलवे स्टेशन पर इक्ट्ठा हो गए। मजदूरों की शिकायत है कि उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए उन्हें उनके गांव तक भेजा जाए। मजदूरों के हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद भीड़ कम हो गई है।
वहीं इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि गुजरात के सूरत में भी इस तरह की तस्वीर लोगों ने देखी। मजदूरों को उनके घर वापस भेजने का इंतजाम नहीं किया गया। कई लोगों ने रुकने और खाना खाने से इनकार कर दिया। पूरे महाराष्ट्र में कुल 6 लाख लोग शेल्टर होम में हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच आपसी समन्वय से इन मजदूरों को उनके घर वापस भेजा जा सकता है। बांद्रा में जो भीड़ इकट्ठा हुई थी, वह अब खत्म हो गई है।
THE CURRENT SITUATION AT BANDRA STATION, NOW DISPERSED OR EVEN THE RIOTING IN SURAT IS A RESULT OF THE UNION GOVT NOT BEING ABLE TO TAKE A CALL ON ARRANGING A WAY BACK HOME FOR MIGRANT LABOUR. THEY DON’T WANT FOOD OR SHELTER, THEY WANT TO GO BACK HOME
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता वारिस पठान ने घटना का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘लॉकडाउन बढ़ने पर प्रवासी मजदूरों ने मुंबई के बांद्रा में प्रदर्शन किया और घर वापस भेजा का नारा लगाया।’