जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । दिल्ली के चांद मोहम्मद कोरोना महामारी के दौरान अपनी मां का इलाज और बहन की पढ़ाई के लिए जद्दोजहद कर रहा है। सीलमपुर में रहने वाले बिहार के राजन अपनी गर्भवती बीबी व अपने दो बच्चो को बचा नही पाया ।
हरिकिशन नाम का व्यक्ति (जे जे कॉलोनी, उत्तनगर) जिसने वित्तीय बोझ के चलते कोरोना महामारी के दौरान आत्महत्या कर ली।
दिल्ली रोहिनी से रेखा नाम की एक महिला ने अपने पति को खो दिया क्योंकि वह कोरोना से पीड़ित था और वह कोरोना से जंग हार गया;इन परिवारों को NSUI नै सहायता प्रदान की ।
एनएसयूआई हमेशा से ही गरीबों व आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों की मदद कर रहा है और आज के विशेष दिन में रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहा है क्योंकि हर कोई जानता है कि हमारे सैनिकों को गैलवान घाटी लद्दाख में अपने प्राणों का बलिदान करना पड़ा। यह भारत के लिए एक बड़ा नुकसान है, और इसी कारण से, काँग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने जन्मदिन का जश्न नहीं मनाएंगे। उन्होंने हमेशा गरीबों की सहायता करने का लक्ष्य रखा है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने बताया कि एनएसयूआई संपूर्ण भारत में विभिन्न संघ शासित प्रदेशो व राज्यो व समस्त जिलो में कोरोना महामारी के दौरान प्रवासियों के परिवारों के बच्चो की शिक्षा संबंधित आर्थिक सहायता देकर विभिन्न परिवारों की मदद करी व इसके साथ-साथ एनएसयूआई विभिन्न अवसरों पर रक्तदान शिविर भी आयोजित करती आई है और आज भी कर रही हैं।म
एन.एस.यू.आई. के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन खुद ही सहायता चेक इन लोगों को सौंपे। .इस कोरोनावायरस की महामारी की स्थिति में प्रवासी मजदूरों की आवाज उठाने वाले सर्वप्रथम राहुल थे।उसके जन्मदिन पर एनएसयूआई अपने रास्ते पर चलना चाहेगी और गरीबों की यथासंभव सहायता कर रही है।