जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों ने भारत में रहने की इच्छा जाहिर की है। भारी तादाद में लोग सड़क पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग इलाके में विकास का काम नहीं होने से नाजार चल रहे थे । साथ पाकिस्तानी पुलिस की ओर से प्रताड़ना का आरोप भी लगा रहे हैं । पीओके की मांग को भाजपा और कांग्रेस दोनो ही पार्टियां पाकिस्तान को नसीहत दे रही हैं।
टीवी रिपोर्ट्स पर नजर डालें तो एक तरफ पाकिस्तान कश्मीर में अलगावादियों को शह देता है, सीमा पार से आतंकियों की खेप भेजता है और भारत पर लोगों की भावनाओं को दबाने का आरोप लगाता है, दूसरी तरफ पीओके में अवाम की आवाज को खामोश करने की साजिश रचता है। अब पीओके के लोग पाकिस्तान की साजिश के खिलाफ सड़क पर उतर आये हैं, तो वह बेनकाब हो गया है । पाकिस्तान की बेड़ियों में जकड़े पीओके की जनता लूट-खसोट और बर्दाश्त के बाहर जुल्म के खिलाफ सड़कों पर उतर आयी है।
गुलाम कश्मीर के बाशिंदे पाकिस्तानी पुलिस और सेना पर अपनी मां-बहनों को उठाकर कैंपों में ले जाने का सनसनीखेज आरोप लगा रहे हैं। इन कैंपों में ऐसे-ऐसे जुल्म किये जाते हैं, जिन्हें बता पाना मुश्किल है । वीडियो में लोग कहते हुए पाये गये हैं कि उनके मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हुआ है और उनके साथ ज्यादती की गयी है। पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों का कहना है कि कश्मीर किसी भी कानून की नजर से पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है । यह पाकिस्तान के कश्मीर की असल तस्वीर है । यह पाकिस्तान के खोखले दावे का सबूत है । सामने आया वीडियो कश्मीरियों को बरगलाने वाले पाकिस्तान को बेनकाब करता है । दुनिया में भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को दिखाता है ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा का कहना है कि भारत को अपना ध्यान पीओके पर केंद्रीत करना चाहिए । वहां लंबे समय से मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है। दूनिया का ध्यान बांटने के लिए पाकिस्तान कश्मीर का राग अलापता रहता है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के अनुसार सच्चाई धीरे धीरे सामने आ रही है। कश्मीर की जनता कभी भी नहीं पाकिस्तान की प्रशंसा करती है। कुछ फिरका परस्त हैं जो उल्टी सीधी बातें करते हैं।