जनजीवन ब्यूरो / कृष्णानगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा के ‘पुराने खेल’ पर उतर आने का आरोप लगाया और कहा कि लोकतंत्र के उत्सव में भी वह माताओं-बहनों के आंसूओं की वजह बन रही हैं। यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि ममता बनर्जी ने जिस अल्पसंख्यक समाज को बहलाया-फुसलाया वही आज भ्रष्टाचार और बेकारी से परेशान है और औरतों के साथ अपराध होते रहे, लेकिन वह तीन तलाक का विरोध करती रहीं। उन्होंने दावा किया कि राज्य की जनता ममता सरकार से त्रस्त हो चुकी है और विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज दीदी चुनाव आयोग को गाली दे रही हैं, आज दीदी केंद्रीय वाहिनी को गाली दे रही हैं, आज दीदी ईवीएम को गाली दे रही हैं। हालत तो यह है दीदी आज अपनी पार्टी के पोलिंग एजेंट को भी गाली दे रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दीदी के साथी अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को गाली दे रहे हैं। दीदी इतनी हताश हो चुकी हैं कि बंगाल के मतदाताओं को ही बदनाम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार निश्चित देख दीदी अपने पुराने खेल पर उतर आई हैं। बंगाल में दीदी और टीएमसी द्वारा हिंसा की कोशिश की जा रही है। संवेदनशीलता की उम्मीद आपसे सब छोड़ चुके हैं। लोकतंत्र के उत्सव में भी आप माताओं-बहनों के आंसू गिरने की वजह बन रही हैं। मोदी ने कहा कि जो केंद्रीय बल पूरे देश में निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराता है, उसे भी ममता बनर्जी नहीं बख्श रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र के उत्सव में भी दीदी आप माताओं-बहनों के आंसू गिरने की वजह बन रही हैं। आपकी दुर्नीति ने बंगाल का ये हाल कर दिया है। केंद्रीय वाहिनी पूरे देश में चुनाव करवाती है, निष्पक्ष चुनाव करवाती है। याद रखिए, ये 2021 का बंगाल है। अब आपको लोकतंत्र से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। आप बंगाल के लोगों को डराने की, उनमें भय फैलाने की जितनी कोशिश कर रही हैं, उतने ही ज्यादा लोग आपको हराने के लिए एकजुट हो रहे हैं।
बंगाल का चुनाव बंगाल की जनता लड़ रही है
पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इस बात को समझिए, ये दृष्य देखिए! बंगाल का चुनाव सिर्फ भाजपा नहीं लड़ रही है, बंगाल का चुनाव बंगाल की जनता लड़ रही है। बीजेपी की डबल इंजन सरकार, बंगाल को नया राजनीतिक वातावरण देगी। सरकार के फैसले सरकार तय करेगी तोलाबाज नहीं। प्रशासन के फैसले प्रशासन लेगा, तोलाबाज नहीं। पुलिस के फैसले, पुलिस करेगी, तोलाबाज नहीं। इस बार बैसाख की आंधी, टीएमसी सरकार और उसके गुंडों को भी उड़ा कर ले जाएगी।
2 मई से बंगाल में असोल परिवर्तन का महायज्ञ
हार तय देखकर उन्होंने बंगाल से बाहर की राजनीति करने का फैसला कर लिया है। बनारस वाली बात ऐसे ही नहीं उछाली गई है। यानि चुनाव के बाद दीदी की एग्जिट होगी और टीएमसी पर भाइपो नया खेल खेलने का दाव लगाएगा। ये भी एक खैला है, जो बंगाल के लोगों को समझना होगा। 2 मई से बंगाल में असोल परिवर्तन का महायज्ञ शुरू होगा। ये महायज्ञ तुष्टिकरण, तोलाबाजी करने वालों, बंगाल की महान जनता का तिरस्कार करने वालों को सबक सिखाएगा।