आलोक रंजन / लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य अपने पुरान क्षेत्र पडरौना से चुनाव न लड़कर पहले ही हार मान लिए हैं। मौर्य को समाजवादी पार्टी ने फाजिलनगर से चुनाव मैदान में उतारा है। फाजिलनगर सीट से टिकट का ऐलान होने के बाद उन्होंने पडरौना के लोगों से विदा ली। पडरौना की जनता से विदा लेते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं पडरौना से तीन बार का विधायक हूं और लोगों की सेवा करता हूं। मेरे दिल में उनके लिए हमेशा जगह रहेगी।
इतना ही नहीं, मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पडरौना वासियों के प्यार स्नेह व आशीर्वाद के लिए बहुत-बहुत बधाई। आप सब का सम्मान एवं स्थान सदैव मेरे दिल में था, दिल में है, दिल में रहेगा।’ गौरतलब है कि स्वासमी प्रसाद मौर्य के पडरौना से बदलकर फाजिलनगर सीट पर जाने की वजह पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वानइन करने को बताया जा रहा है। आरपीएन सिंह पडरौना के राजपरिवार से आते हैं। पडरौना सीट पर उनका काफी प्रभाव बताया जाता है। आरपीएन सिंह इस सीट से 1996, 2002 और 2007 में विधायक रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि चुनौती जितनी कठिन होती है, चुनाव लड़ने में मुझे उतना ही मजा आता है। मैंने कहा था कि मेरे लिए कोई भी विधानसभा क्षेत्र भारी नहीं है। कार्यकर्ता मेरी लोकप्रियता को हर जगह स्वीकार करते हैं, इसलिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मेरे लिए जो कुछ भी तय किया गया है, मैं उसका स्वागत करता हूं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं पडरौना से 3 बार का विधायक हूं और लोगों की सेवा करता हूं।
मेरे दिल में उनके लिए हमेशा जगह रहेगी। जहां तक मुझे फाजिलनगर से उम्मीदवार बनाए जाने का सवाल है, मैं अखिलेश यादव को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे यहां लोगों की सेवा करने का मौका दिया। पडरौना से बीजेपी उम्मीदवार का ऐलान होने से पहले ही स्वामी प्रसाद मौर्य के सीट बदल लेने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी आरपीएन को विधानसभा चुनाव लड़वाती है या उन्हें राज्यसभा भेजा जाएगा।