जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली: अगली बार जब आप रेलवे स्टेशन में यात्रा करने जाएंगे तो आपको स्टेशन परिसर के अंदर प्रवेश करने से पूर्व अपना यात्रा टिकट या प्लेटफार्म दिखाना पड़ेगा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान प्लेटफार्म पर जाने से पहले आपका वैधानिक यात्रा टिकट या प्लेटफार्म टिकट देखेगें। बिलकुल वैसे ही जैसे आप हवाई यात्रा से पूर्व हवाई अड्डे पर प्रवेश केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान आपका बोडिंग पास देखते हैं। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान को यह जिम्मेवारी हाल में हुई एक उच्च स्तरीय रेलवे बोर्ड की बैठक में दी गई है। बैठक की अध्यक्षता स्वंय रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने की थी।
बैठक के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैठक में आरपीएफ के अधिकारियों ने इस रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा के साथ इस नई जिम्मेवारी का वहन करने से आना कानी की परंतु मंत्री के हस्ताक्षेप के बाद आरपीएफ को यह जिम्मेवारी स्वीकार करने के लिए बाध्य होना पड़ा।
दरअसल रेलवे की यह कवायद रेलवे द्वारा करवाए गए उस सर्वे के बाद शुरू की गई जिसमें पाया गया कि रेलवे के 10 डिवीजनों में रेल टिकटों की बिक्री की संख्या में कमी आई है। टिकटों की संख्या में कमी से चिंतित रेलवे ने उन 10 प्रमुख स्टेशनों को चिन्हित किया जहां पर टिकटों की संख्या में कमी आई थी। जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने संबंधित डिवीजनों के महाप्रबंधकों को पत्र लिख कर पूरे डिवीजन के बदले चिन्हित किए गए स्टेशनों पर ध्यान केंद्रीत करने को कहा। इसके साथ ही तय किया गया कि जिस तरह हवाई अड्डों और मेट्रो परिसरों में प्रवेश करने के साथ ही आपका यात्रा टिकट चेक हो जाता है उसी तरह रेलवे के प्लेटफार्मों पर भी प्रवेश से पूर्व टिकट की जांच कर ली जाए। इन टिकटों की जांच का काम टीटीई के बदले आरपीएफ के जवानों को दिया गया ताकि प्लेटफार्मों में प्रवेश करने वाले यात्रियों के मन में बिना टिकट न यात्रा करने का खौफ भी पैदा हो सके।