जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश में बीजेपी बुरी तरह हारी है, जिस पर अब जेपी नड्डा ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि पार्टी बागियों पर सख्त कार्रवाई करेगी।
गुजरात में बीजेपी ने जीत के सारे रिकॉर्ड तो तोड़ दिए, लेकिन वो हिमाचल में बहुमत से काफी पीछे रह गई। माना जा रहा कि हिमाचल की हार की सबसे बड़ी वजह बागी नेता हैं। जिस पर अब बीजेपी चीफ जेपी नड्डा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश चुनाव की हार पर पार्टी विचार कर रही है, अब पार्टी में अनुशासनहीनता को बेहतर ढंग से संभाला जाएगा।
एक न्यूज चैनल के प्रोग्राम में नड्डा ने कहा कि बागियों को वापस लेने से गलत ट्रेंड चलता है। हमें इस ट्रेंड को खत्म करने की जरूरत है। जब हम एक बागी नेता को वापस लेते हैं तो एक गलत व्यवस्था विकसित होती है। हमें उसे वापस नहीं लेने के लिए सावधान रहना चाहिए। अगर हम इस जिम्मेदारी का ध्यान रखते हैं, तो भविष्य में चीजें अपने आप ठीक हो जाएंगी।
हिमाचल प्रदेश की हार पर उन्होंने कहा कि लड़ाई करीबी थी और वोट शेयर स्विंग 1 प्रतिशत हो गया, जो आमतौर पर 6 प्रतिशत रहता है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव संख्या और परिस्थितियों का खेल है। जब गुजरात ने रिकॉर्ड तोड़ विकास का अनुभव किया, तो नतीजे भी उसी के अनुरूप आए। लोगों ने इस वजह से बीजेपी पर अपना भरोसा जताया है। मैं गुजरात के लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।
हिमाचल में बागी विधायकों के बारे में जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी का आकार बढ़ रहा है। कई लोग हमारे साथ जुड़ रहे हैं। वे ऑफिस चलाना चाहते हैं, इसलिए कुछ लोग पार्टी लाइन पार करते हैं, जिससे पार्टी को नुकसान होता है, लेकिन हम इसके बारे में सोच रहे हैं। जल्द ही समाधान निकाल लिया जाएगा। नड्डा ने कहा कि केजरीवाल ने ‘इंटेलिजेंस ब्यूरो’ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया था कि उनकी पार्टी गुजरात में सरकार बनाएगी। आप ने कई सीटों पर चुनाव लड़ा और जमानत भी गंवा दी, लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं करता। वो चुनाव लड़ने बनारस गए थे, लेकिन बुरी तरह हारे। यूपी में भी उनकी जमानत जब्त हुई। आश्चर्य है कि सार्वजनिक जीवन में लोग इस तरह का व्यवहार कैसे कर सकते हैं? अगर हमने इस तरह की गलतियां कीं, तो हमारा राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा। नेता अपनी विश्वसनीयता से जाना जाता है और पार्टी नेता की विश्वसनीयता से जानी जाती है।