जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । भारतीय रेल ने स्टार्ट-अप और अन्य संस्थाओं की भागीदारी के जरिए नवाचारी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल की है। रेल मंत्रालय द्वारा 13 जून, 2022 को “रेलवे के लिए स्टार्टअप” पहल शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य भारतीय रेल की परिचालन दक्षता और सुरक्षा में सुधार के लिए भारतीय स्टार्टअप/एमएसएमई/नवोन्मेषियों/उद्यमियों द्वारा विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाना है।
रेल मंत्रालय का लक्ष्य भारतीय रेल की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और रखरखाव संबंधी मुद्दों का समाधान करना है। नीति के तहत, परियोजना के मद्देनजर बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का विशेष स्वामित्व स्टार्टअप/एमएसएमई/नवोन्मेषी/उद्यमी के पास होगा।
23 आवंटित परियोजनाओं का मोल 43.87 करोड़ रुपए है।
इनोवेशन पोर्टल पर पंजीकृत कुल संस्थाएं-1251
स्टार्टअप- 248
वैयक्तिक नवोन्मेषी- 671
एमएसएमई-142
अनुसंधान एवं विकास संगठन/संस्थान-58
स्वामित्व/साझेदारी फर्म/कंपनी/एलएलपी/जेवी/कंसोर्टियम-47
गैर सरकारी संगठन-19
अन्य-66