जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव 2024 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर सबों की नजर टिकी हुई है। फिलहाल यहां भाजपा से भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी सांसद हैं। इस बार भी भाजपा ने मनोज तिवारी को उत्तर पूर्वी दिल्ली से अपना उम्मीदवार बनाया है। लेकिन कांग्रेस ने इसबार इस सीट से जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मैदान में उतार कर मनोज तिवारी की हालत पतली कर दी है। पूर्वांचल और बिहार से आने वाले दो चर्चित चेहरों के यहां से उतरने के कारण मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
कन्हैया कुमार को पूरी दुनिया में जाना जाता है। कन्हैया के खिलाफ बीजेपी काफी सक्रिय रही है। लेकिन बीजेपी को कोई खास सफलता नहीं मिली। कन्हैया कुमार जेएनयू कैंपस से लेकर टीवी डिबेट तक बीजेपी के प्रवक्ताओं को अपने सामने बैठने तक नहीं देते हैं।
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक उत्तर पूर्वी दिल्ली भी है। उत्तर पूर्वी दिल्ली नाम से लोकसभा सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत 10 विधानसभा क्षेत्र आते है, जिनमें बुराड़ी, तिमारपुर, सीमापुरी (एससी), रोहतास नगर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर (एससी), मुस्तफाबाद और करावल नगर शामिल हैं। इससे पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट का काफी हिस्सा पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट में आता था, जो 1967 में अस्तित्व में आई थी।
परिसीमन के बाद 2009 में हुए पहले चुनाव में उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस को जीत मिली। पार्टी के उम्मीदवार जय प्रकाश अग्रवाल ने भाजपा के बीएल शर्मा प्रेम को शिकस्त दी। कांग्रेस ने यह चुनाव 2.22 लाख वोटों से जीता था। जय प्रकाश अग्रवाल को 5,18,191 वोट जबकि बीएल शर्मा प्रेम को 2,95,948 वोट मिले थे।
2014 में भाजपा ने जीता मुकाबला
अब बारी थी 2014 के लोकसभा चुनाव की, देश के ज्यादातर हिस्सों में भाजपा को जीत मिलती है। भाजपा के इन सफलताओं में उत्तर पूर्वी दिल्ली समेत दिल्ली की सभी सात सीटें भी शामिल थीं। इस चुनाव में भाजपा ने भोजपुरी कलाकार मनोज तिवारी को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया था। मनोज तिवारी ने भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमाई और प्रतिद्वंद्वी आप उम्मीदवार आनंद कुमार को 1,44,084 वोटों से हराया। भाजपा उम्मीदवार को 5,96,125 वोट मिले। वहीं, आप के प्रत्याशी को 4,52,041 वोट मिले।