जनजीवन ब्यूरो / पटना । बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी सिर्फ पब्लिसिटी के लिए रोज सिर्फ बयान दे रहे हैं। यदि सुशील मोदी के लालू प्रसाद पर लगाए आरोप सही हैं तो केंद्र जांच करे। कानूनी रूप से गलत साबित कर सकते हैं तो वे कानून का सहारा लें।
लोक संवाद के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने कहा कि सुशील मोदी और भाजपा आरोप लगा रहे हैं, जिसका जवाब लालू जी और राजद द्वारा दिया गया है। इसमें तीसरे पक्ष की प्रतिक्रिया की क्या जरूरत है। दूसरे पक्ष (सुशील मोदी) पर भी आरोप लग रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी के सारे आरोप केंद्र के दायरे में आते हैं। आज तक जांच-पड़ताल करके कोई बात सामने नहीं आई है। सिर्फ आरोप लगे हैं। कंपनी लॉ केंद्र का ही है। यह राज्य सरकार का विषय ही नहीं है। एक ऐसा वातावरण बनाया जा रहा है, जिसका मकसद राज्य सरकार के काम को गौण करना है, इसलिए हम अपना काम करते हैं। अपने सहयोगियों को भी कहा है कि काम में दिलचस्पी रखिए। जनता हमारे काम को देख रही है। लोगों के दिमाग को डायवर्ट करने की कोशिश हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पहला राज्य है जो 2011 से सभी मंत्रियों, विधायकों, पदाधिकारियों की संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर रहा है। हर साल ये अपनी संपत्ति की घोषणा करते हैं। यह कानून के तहत नहीं होता है। यह सामाजिक और नैतिक मूल्य की बात है। मुझे विश्वास है कि सभी सही-सही जानकरी अपनी संपत्ति के ब्योरे में देते हैं। सार्वजनिक जीवन में सिर्फ कानून की अहमियत नहीं है। नैतिक मूल्य भी होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू की राय है कि चुनाव ईवीएम से ही होना चाहिए। बैलेट पेपर का जमाना लद गया है। वीवी पैट भी लागू होना चाहिए, लेकिन ईवीएम को लेकर जो आशंकाएं उठ रही हैं, उन्हें भी दूर किया जाना चाहिए।
बिहार प्रदेश राजद अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा है कि मनोज झा एवं अन्य राजद प्रवक्ताओं द्वारा भाजपा नेता सुशील मोदी पर लगाए गए आरोपों की यदि जांच हो जाए, तो मोदी परिवार समेत जेल में होंगे। मोदी के बयान को लेकर पूछे गए एक सवाल पर पूर्वे ने कहा कि 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में होने वाली राजद की ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली को लालू प्रसाद जरूर संबोधित करेंगे। कहा कि राजद द्वारा इस रैली की घोषणा से भाजपा की घबराहट बढ़ गई है। इसी घबराहट में सुशील मोदी ‘ऊपर’ के इशारे पर रोज अनर्गल और तथ्यहीन बयान दे रहे हैं। रोज एक ही बात उलट-पुलट कर दुहरा रहे हैं।