जनजीवन ब्यूरो / चंडीगढ़ । बलात्कारी राम रहीम के डेरे में चल रहे गोरखधंधे को पहली बार उजागर करने वाले सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने राम रहीम को दी गई सजा पर खुशी जाहिर किया है। अंशुल ने कहा कि यह काफी संतोषजनक है। उन्होंने कहा, ‘हम लोग काफी समय से कह रहे हैं कि राम रहीम हमारी सोसायटी का दुश्मन है।’
अंशुल ने कहा कि लोगों ने उनका भरोसा नहीं किया, लेकिन कोर्ट ने इस बात को साबित किया है।
गौरतलब है कि करीब 15 साल पहले डेरे में राम रहीम द्वारा किए जा रहे अपराधों को एक स्थानीय अखबार ने उजागर किया था। छत्रपति ने सिरसा के डेरा मुख्यालय में साध्वियों के यौन उत्पीड़न का भंडाफोड़ किया था और 24 अक्तूबर 2002 को नजदीक से उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद छत्रपति के परिवार को भी इस बारे में कुछ न बताने की धमकियां मिलने लगीं। पत्रकार की हत्या का मामला भी वही जज देख रहे हैं, जिन्होंने राम रहीम को सजा सुनाई है।
अंशुल ने कहा कि सीबीआई के जज ने दबाव में नहीं आते हुए फैसला देकर साफ संदेश दिया है कि फर्जी साधु नहीं बच सकता है। आम आदमी का न्यायपालिका में विश्वास जगा है। पत्रकार के 36 वर्षीय बेटे ने उन दो शिष्याओं की प्रशंसा की, जिन्होंने काफी धमकियां मिलने के बावजूद डेरा प्रमुख के खिलाफ गवाही पर कायम रहीं।