जनजीवन ब्यूरो / तेनुघाट : झारखंड में कोरोना वायरस से पहली मौत बोकारो जिले में हुई है। बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड के साड़म के रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत बुधवार रात में हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 13 हो गयी है, जिसमें 2 बच्चे हैं। राजधानी रांची और बोकारो में एक ही दिन में 9 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि और एक मरीज की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
झारखंड के स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा है कि अब राज्य में स्थिति कठिन अवश्य हो गयी है, लेकिन यह नियंत्रण के बाहर नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी ताकत से इस बीमारी से लड़ने का प्रयास कर रही है।
राज्य में कोरोना से पहली मौत का मामला बोकारो के गोमिया प्रखंड में साड़म से आया, जहां बुधवार देर रात 75 वर्षीय एक वृद्ध की कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गयी। उसके बाद चिकित्सा दल गांव पहुंचा और वहां पूरे इलाके को सैनिटाइज करना शुरु किया। गांव के सभी लोगों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है। गांव में दहशत का माहौल है।
झारखंड सरकार में मंत्री रह चुके माधवलाल सिंह भी साड़म गांव के रहने वाले हैं। साड़म गांव अनुमंडल मुख्यालय तेनुघाट से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है।
बोकारो में बुधवार को कोविड19 के चार नये मरीज मिले हैं। सभी बोकारो के तेलो गांव की कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजन शामिल हैं। बोकारो में जो 4 संक्रमित पाये गये हैं, वे सभी उस जमाती महिला के संपर्क में आये थे, जो मार्च में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने बांग्लादेश की राजधानी ढाका गयी थी।
पिछले दिनों बोकारो जिला के चंद्रपुरा प्रखंड अंतर्गत स्थित तेलो गांव की यह 50 वर्षीय महिला अपने पति के साथ बांग्लादेश में तबलीगी जमात की मरकज में शामिल हुई थी। वहां से वह हवाई मार्ग से रांची होते हुए बोकारो के रास्ते 15 मार्च, 2020 को तेलो गांव पहुंची थी। उसके साथ चंद्रपुरा के ही चार और लोग भी थे। इन सभी 6 लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री को देखते हुए जिला प्रशासन ने गुरु गोविंद सिंह एजुकेशनल टेक्निकल कैंपस, कांड्रा चास में 30 मार्च को क्वारेंटाइन कराया था। सभी के ब्लड और स्वाब सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजे गये थे। जांच में महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। उसके बाद तेलो गांव से 20 लोगों के ब्लड व स्वाब सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजे गये थे। इनमें से चार लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। ये सभी संक्रमित महिला के परिजन हैं।
इधर, रांची में भी पांच लोगों में कोरोना की पुष्टि हो गयी है। इनमें तीन एक ही परिवार के हैं। मलयेशियाई महिला के संपर्क में आयी हिंदपीढ़ी की महिला ने अपने पति और दो बच्चों में भी यह संक्रमण फैलाया। दो अन्य लोग भी हैं, जो इस जानलेवा विषाणु की चपेट में आ गये हैं। महिला का पति किडनी की बीमारी से जूझ रहा है।
हिंदपीढ़ी में जो 5 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, सभी को कोरोना पॉजिटिव महिला के साथ क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती कराया गया था। महिला समेत कुल 7 लोगों को प्रशासन ने आइसोलेशन में रखा था। इनमें से 5 में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो गयी है। शेष 2 लोगों की रिपोर्ट शुक्रवार (10 अप्रैल, 2020) को आने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि झारखंड का पहला कोरोना पॉजिटिव मामला राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में मिला था। 22 वर्षीय एक मलयेशियाई युवती में कोविड19 की पुष्टि हुई थी। यह युवती दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में शामिल होने के बाद राजधानी एक्सप्रेस से 17 मार्च को रांची पहुंची थी। इसके बाद हजारीबाग के विष्णुगढ़ के करगालो गांव का 54 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जो आसनसोल में मजदूरी करता था।
तीसरा संक्रमित मरीज बोकारो जिला में के तेलो गांव में मिला था। की 50 वर्षीय महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद चौथा मरीज रांची के हिंदपीढ़ी में मिला, जो 61 वर्षीय एक महिला है। रांची में मिली दोनों कोरोना पॉजिटिव महिलाओं का इलाज रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में बने कोविड-19 अस्पताल में चल रहा है। जबकि दो अन्य मरीजों का इलाज उनके संबंधित जिलों में बने विशेष अस्पतालों में किया जा रहा है।
झारखंड का दूसरा पॉजिटिव केस सामने आने के बाद ही हिंदपीढ़ी मुहल्ला से कर्फ्यू लगा दिया गया। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। मुहल्ले के लोगों ने भी अब खुद को घरों में बंद कर लिया है। बड़े पैमाने पर लोगों की स्क्रीनिंग हुई। पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया। जिस किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखते हैं, उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचा दिया जा रहा है।
अब प्रशासन यह जानने की कोशिश कर रहा है कि मलयेशियाई महिला के संपर्क में आकर कोरोना से संक्रमित हुई महिला के संपर्क में और कितने लोग आये। कोरोना की जांच सिर्फ उन्हीं की करायी जा रही है, जिनमें सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण हैं।