जनजीवन ब्यूरो
डबलिन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयरलैंड के संक्षिप्त दौरे के बाद अब न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो गये हैं. आयरलैंड में भारतवासियों से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि अब उनके लिए सिर झुकाने का नहीं बल्कि सीना तानकर खडे़ होने का समय आ गया है. आयरलैंड की संक्षिप्त यात्रा पर आये मोदी ने यहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक सहित दुनिया की सभी रेटिंग एजेंसियां आज कह रही हैं कि भारत दुनिया में सबसे तेज गति से चल रही अर्थव्यस्था है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह सिलसिला अगले 30 साल अगर चलता रहा तो हिन्दुस्तान में गरीबी का नामोनिशान नहीं रहेगा और नौजवानों को रोजगार मिलेगा. लेकिन 30 साल तक इस गति को बनाये रखना बहुत बड़ी चुनौती है.
‘ प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन हम इस चुनौती को पूरा करेंगे क्योंकि हम एक ऐसे कालखंड में हैं जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी. भारत में 65 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम की है और भारत के नौजवानों का यह सामर्थ्य जो मिला है वह अगले 35 साल में इस सपने को पूरा कर दिखायेगा. इसी संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘ अब भारतीय सीना तानकर आंख मिलाकर बातें करने लगे हैं. इससे बड़ी बात और क्या होगी.
भारतीयों के लिए सिर झुकाने का नहीं, सीना तानकर खडे होने का समय आ गया है.’ संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किये जाने को भारत की एक बड़ी सफलता बताते हुए उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘‘ अब सारी दुनिया नाक पकड़ने (अनुलोम विलोम करने) लगी है.’ ब्राजील, रुस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका देशों के समूह ब्रिक्स समूह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह सबसे लोकप्रिय हो गया है. उन्होंने कहा कि लेकिन बीच में लोग कहने लगे कि बी, आर, सी, एस (ब्राजील, रुस, चीन और दक्षिण अफ्रीका) तो पटरी पर हैं लेकिन आई (इंडिया) लुढ़क गया. और शायद उसकी जगह इंडोनेशिया ले लेगा. लेकिन अब सब कह रहे हैं कि आई सबसे ताकतवर है और दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ रहा है.
* …तो सेकुलरिज्म पर सवाल खडे हो जाते : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि आयरलैंड में आयरिश बच्चों ने संस्कृत में मंत्रोच्चार करके और श्लोक पढ़कर मेरा स्वागत किया और ऐसा अगर भारत में होता तो सेकुलरिज्म पर सवाल खडे हो जाते. मोदी ने अमेरिका जाने के दौरान आयरलैंड के अपने संक्षिप्त प्रवास के समय भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ आयरिश बच्चों ने मेरे स्वागत में संस्कृत में श्लोक पढ़े और मंत्रोच्चार किया. हिन्दुस्तान में ऐसा होता तो पता नहीं… सेकुलरिज्म पर सवालिया निशान खड़ा हो जाता.
‘ उन्होंने कहा कि आयरिश बच्चों को सुनकर ऐसा नहीं लग रहा था कि वे रटी रटायी बातें बोल रहे हों. इसके लिए मैं उनके शिक्षकों को बधाई देता हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों बदलाव आ रहा है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किये जाने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अब सारी दुनिया नाक पकड़ने लगी है. विश्व के सभी देशों ने योग को समर्थन दिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ दुनिया तक स्वीकारती है जब भारत में दम हो. भारत में दम है आज पूरे विश्व ने मान लिया है. भारत के विकास की बात को सब ने मान लिया है.’ मोदी ने कहा कि अब सारी दुनिया यह भी मान रही है कि 21वीं सदी एशिया की होगी. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि यह भारत की हो जाए.
* आयरलैंड पहुंचने में भारतीय प्रधानमंत्री को 60 साल लग गये : मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा सबसे पहले वहां मौजूद लोगों से क्षमा मांगते हुए कहा, क्षमा इसलिए कि मैं काफी कम समय दे पाऊंगा. आप में से बहुत कम लोग ऐसे होंगे जिनको याद होगा कि भारत के प्रधानमंत्री यहां कब आये थे. वैसे दिल्ली से न्यूयार्क जाने के क्रम में हमलोग आयरलैंड के आकाश से ही गुजरते है लेकिन आज तक कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री यहां नहीं पहुंच सके.
मैंने सोचा कि अगर यहां से गुजर रहा हूं तो आपसे मिलकर जाऊं. मोदी ने कहा, भारतीय प्रधानमंत्री को यहां आने में साठ साल लग गये लेकिन आगे से ऐसा नहीं होगा. आज यहां के प्रधानमंत्री के साथ काफी महत्वपूर्ण बातचीत हुई .पीएम मोदी ने कहा 2016 का आयरलैंड के स्वत्रतंता की जो सदी है. उसमें भारत भी भागीदारी बनें. आजादी हमारी साझी विरासत है. प्रधानमंत्री ने युवा शक्ति पर बल देते हुए आगे कहा कि भारत युवाओं का है इसलिए हमारे सपने पूरे होने की संभावना ज्यादा है. हमें ग्रर्व होना चाहिए कि हम किसी देश से भी आंख से आंख मिलाकर बात करने को तैयार है. हमें किसी के सामने सिर झुकाने की जरूरत नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा आयरलैंड और इंडिया दोनों देश प्रोडक्टिव पार्टनरशिप के दिशा में आगे बढ़ने का काम करेंगे. डिजीटल एज के अवसरों का लाभ उठाया जायेगा. पीएम मोदी ने कहा हम आयरलैण्ड से आतंकवाद व यूरोप और एशिया के मौजूदा हालात के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किये. प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यता के लिए आयरलैंड के समर्थन पर धन्यवाद जताया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आयरलैंड की एक दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा पर आज यहां पहुंचे. मोदी को आयरलैंड के बाद अमेरिका जाना है. प्रधानमंत्री मोदी को आइरिश पीएम इंडा केनी ने आइरीश क्रिकेट टीम की जर्सी, बेट-बॉल उपहार के तौर पर दिया है. दिलचस्प यह कि पीएम को उपहार में दी गयी जर्सी की पीठ पर मोदी लिखा हुआ है. इससे पीएम की मोदी उपनाम से दुनिया भर में लोकप्रियता का भी पता चलता है.
पिछले 60 वर्षो में आयरलैंड की यात्रा पर आने वाले मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं. आयरलैंड में मोदी डबलिन सिटी सेंटर के सरकारी भवन में प्रधानमंत्री इंडा केनी के साथ बातचीत की है और उसके बाद केनी ने मोदी के सम्मान में कामकाजी भोज का आयोजन किया.
यात्रा के बारे में मोदी ने फेसबुक पर पोस्ट में लिखा, ‘‘ हम आने वाले वर्षो में आयरलैंड के साथ आर्थिक संबंधों और लोगों के बीच सम्पर्क को और मजबूत बनाने की उम्मीद करते हैं. भारत और आयरलैंड के बीच संबंध स्वतंत्रता के बाद से ही हैं और साल 2013 में दोनों देशों के बीच वस्तु और सेवाओं का कुल कारोबार 2.48 अरब यूरो था.
प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर आयरलैंड का मीडिया काफी उत्साहित दिख रहा है और प्रमुख दैनिक में इसे काफी कवरेज दी गई है. आइरिश इंडिपेंडेंट ने ‘भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा आरयलैंड के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं, इसके 1.27 अरब कारण है’ शीर्षक एक लेख में कहा कि भारत दुनिया के तेजी से बढते क्षेत्रों को हमारे निर्यात के लिए अवसर प्रदान करता है लेकिन इसके लिए उसी तरह के ध्यान और समर्पण की जरूरत है जैसा आयरलैंड ने अन्य कारोबारी सहयोगियों में निवेश किया है.
आइरिश एक्जामिनर ने लिखा कि इस यात्रा का काफी महत्व है और दुनिया की इस बडी और तेजी से बढती अर्थव्यवस्था के साथ जुडने का आयरलैंड को अवसर प्रदान करता है. आइरिश टाइम्स ने लिखा कि आयरलैंड के अधिकारी मोदी की यात्रा को लेकर आशन्वित हैं जो यूरोप की तीसरी यात्रा है और यह फ्रांस और जर्मनी के बाद है. यह आयरलैंड को दुनिया की सबसे बडी आबादी वाले लोकतंत्र के साथ जुडने का एक अवसर प्रदान करता है.
आयरलैंड से निर्यात होने वाले महत्वपूर्ण उत्पादों में कम्प्यूटर हार्डवेयर, साफ्टवेयर, फार्मास्यूटिकल्स और केमिकल्स, मशीनरी आदि शामिल हैं. दूसरी ओर भारत से उस देश को होने वाले निर्यात में कपडा, परिधान, फर्मास्यूटिकल्स, हल्के इंजीनियरिंग उत्पाद और केमिकल्स आदि शामिल है. आयरलैंड में जिन महत्वपूर्ण भारतीय कंपनियों की मौजूदगी है, उनमें वोकहार्ट, सन फार्मा, रियलांस जेनेमेडिक्स और फर्स्ट सोर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल और विप्रो जैसी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियां शामिल हैं.
सरकारी स्तरीय बातचीत के बाद प्रधानमंत्री आयरलैंड में एक विशेष समारोह में भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे जिसकी मेजबाजी डबलिन में होटल डबल टरी हिल्टन कर रहा है. आयरलैंड में भारतीय मूल के करीब 26 हजार लोग रहते हैं जिनमें से करीब 17 हजार भारतीय नागरिक हैं. इनमें काफी संख्या में समुदाय के लोग स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में डाक्टर, नर्स के रुप में कार्यरत हैं. इसके अलावा कुछ अन्य सूचना प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में कार्यरत हैं.
आयरलैंड उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय छात्रों के लिए पसंदीदा स्थल के रूप में उभर रहा है विशेष तौर पर स्नातकोत्तर और पोस्ट डाक्टरल कोर्स में. ओवरसीज फ्रेंड्स आफ बीजेपी के अध्यक्ष लालू भाई पारेख ने कहा, ‘‘यह ऐतिहासिक यात्रा है और यहां पर मोदी से काफी उम्मीदें हैं. हमें विश्वास है कि भारत के लिए विदेशी निवेश बढाने के संबंध में मोदी भरोसे के लिए सही व्यक्ति हैं.’
डबलिन से प्रधानमंत्री मोदी शाम को न्यूयार्क रवाना होंगे जहां वह संयुक्त राष्ट्र सतत विकास शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे और शांतिरक्षण के विषय पर एक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे जिसकी मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा करेंगे. इसके बाद मोदी अमेरिका के वेस्ट कोस्ट के लिए रवाना होंगे, जहां वह सिलिकन वैली में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे. इन दो देशों, तीन नगरों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी शीर्ष तकनीकी सीईओ से मुलाकात करेंगे. उनकी यात्रा 29 सितंबर को समाप्त होगी. मोदी से पहले आयरलैंड की यात्रा पर जाने वाले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु थे जो 1956 में आए थे.