अमलेंदु भूषण खां / श्रीनगर। भारत जोड़ो यात्रा रविवार को समाप्त हो गई। इसके बाद जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि इस पदयात्रा के प्रभाव के लोगों के बीच काफी है और मुझे भी बहुत कुछ समझने को मिला। उन्होंने कहा यात्रा के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा है, लाखों लोगों से मिला हूं। उनसे बात की है। मेरे पास इसके बारे में वर्णन करने के लिए शब्द नहीं हैं। यात्रा का लक्ष्य लोगों को जोड़ना था, नफरत खत्म करना था। लोगों की बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली। ये मेरी जिंदगी का सबसे गहरा और अच्छा अनुभव रहा है। यात्रा यहीं खत्म नहीं हो रही ये पहला कदम है, शुरूआत है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के देश में शानदार प्रतिक्रिया मिली है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व करना उनके जीवन का सबसे गहरा और सबसे खूबसूरत अनुभव था। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि इस यात्रा का भारतीय राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा।
भारत जोड़ो यात्रा के समापन दिन राहुल गांधी ने श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा फहराया। जिस तरह से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की चर्चा है उसी तरह से राहुल गांधी के लाल चौक पर तिरंगा फहराने की चर्चा हो रही है। श्रीनगर का लाल चौक पर देशविरोधी गतिविधियों के लिए जाना था।
कन्याकुमारी से राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का समापन हो गया। 30 जनवरी को राहुल विपक्षी दलों के साथ श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करेंगे। 7 सितंबर, 2022 को राहुल गांधी ने यात्रा की शुरुआत की थी।
श्रीनगर में प्रेस वार्ता करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चीन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगता है कि चीन ने देश की जमीन नहीं हड़पी है।
उन्होंने कहा, ‘भारत के प्रधानमंत्री देश के एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें लगता है कि चीनियों ने भारत से कोई जमीन नहीं ली है।’ आगे राहुल ने कहा कि उनसे आसाम के लोग और लद्दाख के लोग मिले हैं, जिन्होंने इस पर उनसे चर्चा की। एक लद्दाखी प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट रूप से कहा कि 2000 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र को चीन ने हड़प लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि कई पेट्रोलिंग पॉइंट जो भारत में हुआ करते थे अब चीनी के हाथों में हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार पूरी तरह से इससे इंकार कर रही है। यह खतरनाक है और यह चीन को और अधिक आक्रामक चीजें करने के लिए और अधिक आत्मविश्वास देगा। हमें चीनियों से सख्ती से निपटना होगा और उन्हें बताना होगा कि वे हमारी जमीन पर बैठे हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा, ‘5 महीने लंबी यात्रा का भारतीय राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन यह क्या होगा, मैं अभी नहीं बता सकता।’ वहीं जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा पर लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर में जो कुछ भी देखता हूं उससे खुश नहीं हूं। जब मैं घाटी से गुजरा तो मुझे दुख हुआ।
राहुल गांधी ने घाटी में सुरक्षा की स्थिति को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा अगर घाटी में स्थिति इतनी अच्छी है, तो भाजपा नेता या गृह मंत्री अमित शाह जैसा कोई व्यक्ति जम्मू से कश्मीर तक पैदल मार्च क्यों नहीं करते? वहीं विपक्षी एकता के लिए एक मजबूत संदेश में, राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि पार्टियों के बीच कुछ मतभेद थे, लेकिन आश्वासन दिया कि विपक्ष निश्चित रूप से एकजुट होगा।