जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस तभी संसद में कामकाज चलाने की अनुमति देगी जब सुषमा स्वराज आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी के साथ अपने वित्तीय लेनदेन का खुलासा करेंगी। मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की प्रशंसा करने लेकिन विदेश मंत्री के कथित ‘अवैध कार्यों’ पर चुप रहने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सुषमा स्वराज पर ‘गुपचुप तरीके’ से काम करने और ललित मोदी के प्रति उदारता दिखाने के लिए प्रहार किया और इसे ‘आपराधिक’ कृत्य बताया।
राहुल ने विदेश मंत्री से देश को यह बताने को कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने आईपीएल के पूर्व आयुक्त से अपने बैंक खातों में कितना धन प्राप्त किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘हम इस बात से सहमत हैं कि संसद में कामकाज होना चाहिए। लेकिन हमने बुनियादी मुद्दा उठाया है। हमने कहा और तीन बार कहा है कि सुषमा स्वराजजी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कुछ मामलों में अवैध काम किया है। मध्यप्रदेश में हत्याएं हुई हैं। लेकिन प्रधानमंत्री को यह जरूरी नहीं लगता है कि वे इसकी निंदा करें।’
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राहुल ने कहा, ‘वह (मोदी) मुख्यमंत्रियों की सराहना करते हैं। वह इस बात को पूरी तरह से नजरंदाज करते हैं कि हजारों लोगों के भविष्य को उनके मुख्यमंत्री ने बर्बाद कर दिया। प्रधानमंत्री ने एक अपराधी और राजस्थान की उनकी मुख्यमंत्री के बीच व्यवसायिक संबंधों को पूरी तरह से नजरंदाज कर दिया।’ संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस सदस्यों ने आज ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं मामले को उठाया और जबर्दस्त नारेबाजी की जिससे बैठक नहीं चल सकी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल गया की रैली में ‘बीमारू’ राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इस श्रेणी के राज्यों मध्यप्रदेश और राजस्थान के भाजपा मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्य को इससे बाहर निकाल लिया और अब यह तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। बहरहाल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने व्यंग्य में कहा कि संसद में उनका भाषण बहुत बढ़िया था कि कैसे कोई ललित मोदी के प्रति काफी उदार हो सकता है और उनके प्रति दयावान होना चाहिए।
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कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘आप उदार होना चाहती हैं, आप दया दिखाना चाहती हैं लेकिन यह पोशिदा तरीके से क्यों ? छिपाकर क्यों, पूरे मंत्रालय को बताकर क्यों नहीं ? आपने जो किया उसके बारे में पूरे देश को क्यों नहीं बताया ?’ राहुल ने कहा कि उन्होंने सुषमा स्वराज से वित्तीय लेनदेन के बारे में स्पष्ट सवाल पूछा है कि ललित मोदी और उनके परिवार के बीच वित्तीय लेनदेन हुए जो विभिन्न एजेंसियों के समक्ष वांछित अपराधी है।
उन्होंने कहा, ‘कृपया देश को बतायें और भारत के लोगों के समक्ष स्पष्ट करें, ललित मोदी का कितना पैसा आपके और आपके परिवार के बैंक खाते में आया। कृपया आप इसका खुलासा करें और सदन काम करने लगेगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस संसद में अपने विरोध को लेकर अलग-थलग पड़ गई है, उन्होंने कहा, ‘हम अलग-थलग नहीं पड़े हैं।’
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राहुल गांधी ने आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि यह राज्य के लोगों का हक है और केंद्र सरकार को इस पर तेजी से काम करना चाहिए। उन्होंने इस मांग के समर्थन में कांग्रेस के एक कार्यकर्ता द्वारा आत्मदाह करने के विषय को उठाया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए संघर्ष कर रही है और यह काफी दुखद है कि भारत सरकार आंध्रप्रदेश के लोगों के अधिकार को नजरंदाज कर रही है।
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राहुल ने कहा कि यह आंध्रप्रदेश के लोगों पर दया नहीं दिखाना नहीं है। यह उनके साथ किया गया वादा है और देखना है कि भारत सरकार इस पर कार्रवाई करने और आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने में कितना समय लेती है।