जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 500 और 1000 के बंद हो चुके नोट बदलने के लिए एक और मौका दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक रिजर्व बैंक से लोगों ने आग्रह किया है कि जो लोग 30 दिसंबर तक 1000 और 500 के पुराने नोट बदलवाने या जमा करवाने में विफल रहे हैं उन्हें एक और मौका दिया जाए।
रिजर्व बैंक और सरकार के जुड़े सूत्रों का कहना है कि इसकी सीमा केवल 2000 रुपये रखी जा सकती है। इसके लिए रिजर्व बैंक कोई अलग व्यवस्था भी कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक यह बहुत कम समय के लिए होगा ताकि इसका गलत इस्तेमाल न किया जाए। इससे पहले आरबीआई के पास बड़ी संख्या में ऐसे सवाल पहुंचे थे, जिनमें पूछा जा रहा था कि जो लोग समय रहते अपने पुराने नोट बैंक में जमा नहीं करवा सके हैं, उनका क्या होगा?
पीएम नरेंद्र मोदी के नोटबंदी की घोषणा के बाद 30 दिसंबर तक सभी 1000 और 500 के पुराने नोटों को अपने बैंक खाते में जमा करने के लिए कहा गया था। नोटबंदी कालेधन पर लगाम लगाने के लिए की गई थी। ताकि जो 15.4 लाख करोड़ रुपए जो बैंकिग सिस्टम से बाहर हैं या तो वह वापस बैंकिंग सिस्टम में आ जाएं या फिर हमेश हमेशा के लिए ही बैंकिंग सिस्टम से बाहर हो जाएं।
रिजर्व बैंक नकदी की स्थिति में सुधार को देखते हुए फरवरी के आखिर तक बैंकों व एटीएम से पैसे निकालने की पाबंदी खत्म कर सकता है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यकारी निदेशक आरके गुप्ता ने गुरुवार को कहा,‘मुझे लगता है कि निकासी पर आरबीआई के प्रतिबंध फरवरी के आखिर या मध्य मार्च तक पूरी तरह समाप्त हो जाने चाहिए, क्योंकि नकदी की स्थिति सुधर रही है।’
बता दें कि कुछ दिन पहले आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने भी संसद की स्थायी समिति के समक्ष जल्द हालात सामान्य होने का आश्वासन दिया था। मालूम हो कि आरबीआई ने हाल ही में एटीएम से निकासी की सीमा बढ़ाकर 10 हजार रुपये प्रति दिन कर दी थी। लेकिन बचत बैंक खातों के लिए 24 हजार रुपये की साप्ताहिक निकासी सीमा को बनाए रखा।