जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । आप सरकार से बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि मंत्री सत्येंद्र जैन को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके घर पर दो करोड़ रुपये देते हुए देखा है । केजरीवाल ने पैसे लेकर रख लिए। बकौल कपिल जब उन्होंने केजरीवाल से पैसों के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उसके बाद भी जैन को क्लीनचिट दी जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि केजरीवाल से ऐसी आशा नहीं थी।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मंत्री ने उन्हें बताया था कि उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल के एक रिश्तेदार की 50 करोड़ की डील कराई है। उन्होंने जब 50 करोड़ के मामले में केजरीवाल से बात की थी तो उन्होंने कहा था कि यह सब झूठ है. आपको क्या मुझ पर भरोसा नहीं है।
राजघाट पर पत्नी प्रीती मिश्रा के साथ पहुंचे कपिल ने कहा कि उन्होंने उपराज्यपाल से मिलकर उन्हें बताया है कि वह वह आरोप नहीं लगा रहे हैं। बल्कि ये चीजें उनके सामने हुई हैं। इसलिए वह सीबीआइ या किसी अन्य जांच एजेसी के सामने अपना बयान देने को तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने टैंकर घोटाले में की जांच में भी कार्रवाई के लिए अनुरोध किया है।
कपिल ने कहा कि यदि मैं गलत कह रहा हूं तो जैन बताएं कि यह 2 करोड़ कहां से आए। केजरीवाल को क्यों दिए गए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मंत्री जैन को जेल भिजवाकर रहेंगे। हम वह नहीं जो अपनी बेटी को अपने रिश्तेदारों की नौकरी लगवाएं। इसके साथ उन्होंने सवाल किया कि केजरीवाल जी सफाई देने से क्यों बच रहे हैं? वह मीडिया के सामने आएं और अपनी बात रखें।
मिश्रा ने कहा कि मैंने मंत्री बनने के एक महीने के भीतर सीएम को चिट्ठी लिखी। मैंने 400 करोड़ रुपये के घोटाले की बात कही। कल ही मैंने एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख से मिलने का वक्त मांगा। उन्हें पत्र लिखा जिसके बाद मुझे मंत्री पद से हटा दिया गया। इसलिए पानी की समस्या को लेकर मुझे हटाए जाने की बात उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा कहना गलत है।
उन्होंने कहा कि सिसोदिया और केजरीवाल दो साल से गुणगान कर रहे थे कि पानी को लेकर अच्छा काम हो रहा है। मगर एसीबी को पत्र लिखने के बाद उनके सुर एक दम बदल गए है। पंजाब चुनाव के दौरान करोड़ो के लेनदेन का मामला सामना आया। मैं अपनी नौकरी छोड़कर आया था। चुनाव हारा फिर जीता। उन्होंने कहा कि मुझे मीडिया से पता चला कि मुझे हटा दिया गया है। सरकार या पार्टी की ओर से सूचना तक नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि वह पार्टी और सरकार में भ्रष्टाचार उजागर करके रहेंगे। इसके लिए मंत्री पद तो क्या जान भी चली जाए तो गम नहीं।