जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । केंद्रीय खाद्य सुरक्षा एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है पूरे देश में दो करोड़ 33 लाख फर्जी राशन कार्ड बने हुए थे जिसे रद्द कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जो लोग पेपर में लपेट कर खाद्य पदार्थ लोगों को उपलब्ध कराएंगे उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अपने तीन साल के कार्यकाल की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकारों को फूड पार्क बनाकर उपभोक्ता और वेंडरों को बचाने के लिए कहा गया है. उन्होंने उपभोक्ता से जुड़ी सभी कंपनियों को हिदायत दी है कि अपने उत्पादों के निर्माण और उसके एक्सपाइर की तारीख को बड़े अक्षरों में लिखें, ऐसा न होने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पासवान ने कहा कि होटलों, रेस्टोरेंटों व सड़क के किनारे खाद्य पदार्थ बेचने वाले उपभोक्ताओं को पेपरों में लपेट कर खाद्य पदार्थ उपलब्ध करा देते हैं. ऐसा करना सेहत के लिए हानिकारक होता है. रिसर्चों से यह बात सामने आई है कि पेपर में लपेटने से खाद्य पदार्थ में कई नुकसान दायक पदार्थ शामिल हो जाते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक होता है. उन्होंने कहा कि इसे किसी भी कीमत पर रोका जाएगा.
उन्होंने कहा कि पानी की बोतलों समेत कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनपर निर्माण और एक्सपाइरी डेट बहुत ही छोटे छोटे अक्षरों में लिखे होते हैं.साथ ही कई पदार्थों के उपर तो इसे इस्तेमाल ही नहीं किया जाता है. केंद्र सरकार ऐसी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. मंत्रालय कंपनियों को बार बार कह चुकी है कि इन तारीखों को बड़े अक्षरों में लिखें.
पासवान ने कहा कि सड़क के किनारे खाद्य पदार्थों को बेचने वाले को बचाने के लिए मोहल्लों में फूड पार्क बनाने के लिए राज्य सरकारों से कहा गया है. लेकिन अभीतक कारगर कार्रवाई नहीं की गई है.
उन्होंने कहा कि पूरे देश में 23 करोड़ 20 लाख राशन कार्ड बने हुए हैं. 17 करोड़ 99 लाख राशन कार्ड को आधार से जोड़ दिया गया है. दो करोड़ 30 लाख फर्जी राशन कार्ड के कारण केंद्र सरकार को 14 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.