लावण्या झा/ नई दिल्ली । पंजाब में मतदान के लिए दो दिन ही बचे हैं, ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक को पार्टी के निकालनें पर सियासत गरमा चुकी है। पंजाब कांग्रेस कलह पर वीराम लगाने की क़वायद तेज़ करती है लेकिन फिर किसी न किसी वजह से पार्टी में गुटबाज़ी शुरू हो जाती है। पिछले दिनो कांग्रेस ने पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों को बिना किसी पूर्व सूचना के पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। उन्हें पार्टी से निष्काषित करने के पीछे पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप लगे हैं लेकिन उन्होंने किस तरह का पार्टी विरोधी काम किया है इस पर कांग्रेस की तरफ़ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हां सूत्रों के हवाले से उनके निष्कासित करने की वजह सामने आई है उसे हम आपको बताएंगे। इससे पहले केवल सिंह के सियासी इतिहास के बारे में जान लेते है।
ढिल्लों की सियासी पकड़ काफ़ी मजबूत
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की गिनती में पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों का नाम शुमार किया जाता है। यह अलग बात है कि कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। आपको बता दें कि केवल सिंह ढिल्लों बरनाला सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था, जिस वजह से वह पार्टी से नाराज़ चल रहे थे। ग़ौरतलब है कि आतंकी गतिविधियों की वजह से पंजाब जब निवेशकों की कमी से जूझ रहा था तो केवल सिंह ढिल्लो ही वह शख़्स थे जिन्होंने पेप्सिको को पंजाब में प्लांट स्थापित करवाया था। पंजाब कांग्रेस के लिए उनका काफ़ी समर्पण रहा है। जनता के बीच उनकी छवि एक साफ़ सुथरे नेता की है और उनका जनाधार भी काफ़ी अच्छा है।
कांग्रेस में फिर शुरू हुई गुटबाज़ी
पंजाब के सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि केवल सिंह को निष्कासित करने की वजह से कांग्रेस में मतदान से पहले ही गुटबाज़ी को हवा मिल चुकी है।कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने भी केवल सिंह ढिल्लों के अचानक पार्टी से निकाले जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि बिना किसी सूचना के पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा लेटर जारी कर पार्टी से निकाल दिया गया। चिट्ठी में पार्टी विरोधी कार्य का हवाला देते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने केवल सिंह ढिल्लों तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया। कांग्रेस का यह फ़ैसला हैरान करने वाला है। वह एक ईमानदार और साफ़ सुथरे छवि वाले नेताओं में शुमार किए जाते हैं। वहीं पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों को अचेनाक बिना किसी नोटिस के निष्कासित किए जाने से कांग्रेस दो गुटों में बंट गई है। इसके साथ ही ढिल्लों के समर्थकों ने भी कांग्रेस पार्टी से किनारा कर लिया है।
ढिल्लों को क्यो किया गया निष्काषित ?
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों को निष्काशित किए जाने के मामले में सूत्रों के हवाले से खबर है कि वह विपक्षी दल के उम्मीदवार को पैसे लेकर अंदुरूनी तौर पर सियासी मदद पहुंचा रहे थे। सियासी जानकारों की मानें तो अचानक केवल सिंह ढिल्लों को निकालने से बरनाला सीट से कांग्रेस को हाथ धोना पड़ सकता है क्योंकि अपने दस सालों के कार्यकाल में केवल सिंह ढिल्लों ने पार्टी के बैनर से ज़्यादा अपने नाम पर समर्थक और कार्यकर्ताओं को जोड़ा है। अपने हलके में वह समाजिक मामलों में काफ़ी सक्रिय रहते हैं और बहुत कम ही ऐसे स्थानीय लोग होंगे जो केवल सिंह ढिल्लों से नाराज हों, ज़्यादातर लोग उनकी तारीफ़ ही करते हुए नज़र आते हैं।
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