जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली : बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव ऐताहिसक होने जा रहा है, क्योंकि अबतक किसी भी प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनाव के लिए इतनी जनसभाएं नहीं की हैं। यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री के बीच लड़ा जा रहा है । नीतीश की हार होने पर त्यागपत्र तो देना ही होगा। सवाल यह उठता है कि यदि भाजपा नीत गठबंधन की हार होती है तो क्या प्रधानमंत्री को त्यागपत्र देंगे ? महागंठबंधन के नेता और राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव कहा है कि क्या बीजेपी बिहार में चुनाव नहीं जीतेगी तो नरेंद्र मोदी इस्तीफा दे देंगे?
प्रधानमंत्री मोदी अंतिम चरण के मतदान तक लगभग 80 रैलियां बिहार में करेंगे। ितनी रैलियां न तो इंदिरा गांधी की थी और न ही अटल बिहारी वाजपेयी, न तो राजीव गांधी और न ही नरसिम्हा राव । बिबार चुनाव में जीत मोदी के लिए एक चुनौती बना हुआ है।
इसी कड़ी में लालू यादव ने ट्विट करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसी ऊंची हस्ती के सामने लोक लज्जा और लोकहित का ध्यान नहीं रखा वह शर्म पर व्याख्यान दे रहा है । लालू ने ट्विट करते हुए यह भी कहा कि मोदी बिहार बीजेपी का चेहरा है और गत तीन महीने से पूरे मंत्रीमंडल के साथ बिहार में प्रचार कर रहे हैं क्या वह बिहार में हार के बाद त्यागपत्र दे देंगे?
लालू ने यह भी कहा कि क्या भाजपा और संघ गुरू गोलवलकर की पुस्तकों को जलाएंगे जिनमें आरक्षण का विरोध किया गया है? लालू ने कहा कि आरक्षण की समीक्षा की जरूरत वाले भागवत के बयान को देखते हुए आरक्षण की वकालत करने वाले भाजपा नेताओं के बयानों पर उन्हें भरोसा नहीं है ।